जिस तरह सार्क में पाकिस्तान है, उसी तरह जी20 में रूस नया कांटा बन गया है. जी-20 के वित्त मंत्रियों की बैठक का संयुक्त बयान जारी न कर पाना एक झटका है. भारत अपनी अध्यक्षता में अस्पष्टता और बिखराव झेल नहीं सकता, खासकर तब जब वह एक वैश्विक शक्ति बनना चाहता है.