मोटे तौर पर शांतिपूर्ण, एक छोटे राज्य झारखंड में पांच चरण का चुनाव मन को कचोटता है, खासकर तब जब महाराष्ट्र में सिर्फ एक दिन और छत्तीसगढ़ के लिए दो का समय लिया गया. चुनाव आयोग चुनावों को एक बोझिल और जड़वत बना रहा है. यह शासन पर चोट करता है और राजनीतिक दलों को महंगे अभियानों को खींचने और भारी-भरकम के लिए मजबूर करता है.