चुनाव आयोग के वोटिंग से पहले न्यूज़ मीडिया के लिए भी 48 घंटे के मौन के नियम को यथार्थवादी, आधुनिक सुधार की जरूरत है. जैसा कि पीएम मोदी, सीएम योगी ने दिखाया है राजनेता नियमित रूप से इसके आसपास के रास्ते खोज लेते हैं. सोशल मीडिया और कई चरणों में होने वाले चुनावों के इस दौर में इसे लागू नहीं किया जा सकता है. टेक्नोलॉजी और पॉलिटिकल स्मार्ट एक कदम आगे हैं.