तुनिषा शर्मा की दुखद मौत का इस्तेमाल अंतर्धार्मिक संबंधों पर युद्ध छेड़ने के लिए करना भारत की महिलाओं के लिए ठीक नहीं होगा. रिश्तों में तनातनी कोई हिंदू-मुसलमान का मुद्दा नहीं हैं. श्रद्धा वाकर की तरह लाखों महिलाएं सभी धर्मों के भागीदारों से हिंसा का अनुभव करती हैं. इस दुर्व्यवहार को खत्म करने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना होगा, न कि उनकी पसंद को नियंत्रित कर के.