जिन छह लोगों ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के साथ 12 दिन पहले मंत्री पद की शपथ ली थी उनमें से किसी को भी कोई काम आवंटित नहीं किया गया है. कैबिनेट विस्तार भी लंबित है क्योंकि तीन गठबंधन सहयोगी, विभागों के वितरण पर सहमत नहीं हो सके हैं. ठाकरे ने अपनी प्रशासनिक पारी गलत नोट पर शुरू की है. महाराष्ट्र के लोग बेहतर के पात्र हैं.