दिल्ली नगर निगम के एक स्कूल का अपने छात्रों को धार्मिक पोशाक पहनने से मना करने का आदेश जल्दबाजी भरा है, यह अनावश्यक रूप से राजनीतिक और गर्माने वाला है. सभी को संयम बरतना चाहिए और कर्नाटक की अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए. भारत इस मुद्दे पर और नीचे जाने का जोखिम नहीं उठा सकता जिसमें साफतौर पर किसी के जीतने की संभावना नहीं है.