बुद्धिमान कहते हैं, ‘जब आप खुद को गहरे गड्ढे में पा जाएं तो खोदना बंद कर दें.’ पिछले सप्ताह से बृजभूषण शरण सिंह का रहस्यमय तरीके से बचाव अन्यायपूर्ण हो गया है. बीजेपी की राजनीति के लिए यह चाहे बहुत अहम क्यों न हो, अब पूछने का समय आ गया है कि क्या यह जोखिम लेने के लायक है?