कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा न्यूनतम आय गारंटी योजना एक बुरा विचारमात्र है जो राजस्वीय कोष को सिर्फ नीचे, बहुत नीचे ही ले जाएगा. इंदिरा गांधी द्वारा दिए गए ‘गरीबी हटाओ’ नारे के फेल होने के पांच दशक बाद ‘गरीबी मिटाओ’ का नारा दर्शाता है कि कांग्रेस के पास विचारों की भी गरीबी आ गई है.
जेट एयरवेज में हो रहे इस्तीफे सही नहीं, लेकिन यह एक स्वागत योग्य कदम
असली पूंजीवाद के लिए निर्ममता से भरी रचनात्मक बर्बादी बहुत जरूरी है. प्रमोटर्स और शेयर होल्डर्स का बाहर जाना व उधार देने वालों द्वारा कंपनी की कार्यात्मक संपत्ति का अधिग्रहण करना, सही दिशा में उठाया गया कदम है.
वैसे तो यह स्थिति भी पूर्णतया सही नहीं है पर एक ऐसा देश जिसे क्रॉनी समाजवाद और पूंजीवाद के जहरीले घोल की आदत हो गई हो, उसके लिए यह प्रगति है.