मोदी सरकार ने क्रेडिट गारंटी के माध्यम से तरलता बढ़ा कर अर्थव्यवस्था को फिर से आगे बढाने की कोशिश की है. इसमें भरोसा कायम करने के लिए, अत्यधिक उधार लेने या फिर अनावश्यक रूप से खर्च करने की कोई योजना नहीं है. इसमें राजकोषीय घाटे के अनियंत्रित होने की आशंकाओं पर विराम लगेगा . ऐसी परिस्थितियों में, यह दूरदर्शी अर्थशास्त्र है.
कांग्रेस की श्रम सुधारों की आलोचना अदूरदर्शी है, इसके मुख्यमंत्रियों को ऐसा ही कानून लाना चाहिए
कांग्रेस पार्टी का बीजेपी शासित राज्यों में श्रम और कृषि सुधारों की आलोचना करना अदूरदर्शी और अवसरवादी है. अर्थव्यवस्था की स्थिति और लॉकडाउन के दौरान आजीविका के मुद्दों को लेकर चिंता विपक्षी पार्टी चेहरे पर बार-बार दिखाई देती रहती है. कांग्रेस को अपने मुख्यमंत्रियों से ऐसे सुधारों को करने के लिए कहना चाहिए.