दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के शीर्ष नौकरशाहों के साथ बैठक की और सीएम मान को शामिल नहीं किया. आप प्रमुख को अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री का मार्गदर्शन करने का अधिकार है लेकिन नौकरशाहों को दिल्ली बुलाना हस्तक्षेप के बराबर है. केजरीवाल को पंजाब में ब्रांड मान बनाने में मदद करनी चाहिए, न कि कमजोर करना चाहिए.