स्वदेशी के नाम पर सीएपीएफ कैंटीन में 1,026 उत्पादों को डिलिस्टिंग करने का विवाद राजनीतिक नारों के नीतिगत तौर पर खतरे को उजागर करता है. एक महामारी ग्रस्त अर्थव्यवस्था को राजनीतिक साहसिकता द्वारा निर्देशित नहीं किया जा सकता है. आत्मनिर्भरता एक अच्छा लक्ष्य है लेकिन इसे संरक्षणवादी आर्थिक नीतियों की नींव नहीं बनाया जा सकता है.
निजी क्षेत्र को पीएम का आश्वासन केवल शब्दों तक सीमित नहीं होना चाहिए, इस पर तेजी से काम करना चाहिए
पीएम मोदी ने कोविड-19 संकट की चपेट में आए निजी क्षेत्र को और अधिक संरचनात्मक सुधारों और समर्थन का वादा किया है. यह आश्वस्त करता है. लेकिन सरकार की मंशा केवल शब्दों तक सीमित नहीं होनी चाहिए. इस पर तेजी से काम करना चाहिए. पुराने तरीकों ने विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने और नौकरियों को वापस लाने के लिए काम नहीं किया है.