अमेरिका की विदेशी नीति हमेशा द्विदलीय फैसले से चलती रही है. राष्ट्रपति जो बाइडेन बराक ओबामा के दोनों कार्यकाल में उपराष्ट्रपति थे. मुस्लिम देशों पर हमला केवल एक निजी शख्स का फैसला नहीं था. बीजेपी और मोदी कैबिनेट दोनों ने जिस तरह से अकेले ओबामा को निशाना बनाया, वह गैरजरूरी है.