भारत आटा और हाल ही में भारत दाल के साथ, मोदी सरकार इंदिरा गांधी के बड़े सरकारी प्रयास की भावना का बारीकी से अनुसरण कर रही है. खाद्य पदार्थों की बिक्री में यह बेवजह का प्रवेश निजीकरण और ‘न्यूनतम सरकार’ के घोषित उद्देश्यों के खिलाफ है. यदि एयर इंडिया के विनिवेश की सराहना की गई थी, तो इस कदम की भी समान रूप से निंदा होनी चाहिए.