मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी द्वारा आंध्र प्रदेश में तीन राजधानी बनाने की दिशा में बढ़ना अतार्किक है. हैदराबाद के तेलंगाना में जाने के बाद राज्य को जो चाहिए वो एक मजबूत और कुशल राजधानी की जरूरत है न कि तुगलकी प्रस्ताव जिससे संसाधनों का ही नुकसान होगा. रेड्डी को अपने अहंकार को किनारे रखकर शासन व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए.