एफ-35 स्टेल्थ विमान में उड़ान भरने से लेकर एयरो इंडिया में अपना अब तक का सबसे बड़ा डेलिगेशन भेजने तक, वाशिंगटन भारत को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा. लेकिन जो वास्तव में मायने रखता है वह दोनों देशों के बीच वास्तविक सहयोग है जहां वाशिंगटन सिर्फ बिक्री के बजाय सह-निर्माण और सह-विकास को तैयार है.