पंजाब में आप की जीत राष्ट्रीय राजनीति में एक बुनियादी बदलाव का प्रतीक है. यह भारत की ‘बदलाव’ की पार्टी के रूप में उभरी है. इसका श्रेय अरविंद केजरीवाल की तीखी राजनीतिक सूझ-बूझ को जाता है. हालांकि, पंजाब में ‘दिल्ली मॉडल’ की दोहराना कहने में आसान है. भगवंत मान ने अपना काम पूरा कर दिया है. अब गुजरात में केजरीवाल के कदम का इंतजार कीजिए.
कांग्रेस अस्तित्व के संकट का सामना करने के लिए और विफलताओं का इंतजार नहीं कर सकती. लोग इससे अलग देख रहे हैं
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार चौंकाने वाली है. जिस दिन गांधी परिवार ने पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सत्ता से बेदखल किया था उसी दिन यह साफ हो गया था. कांग्रेस को यह महसूस करने के लिए और कितनी विफलताओं की जरूरत है कि वह एक अस्तित्वगत संकट से गुजर रही है? पंजाब में ‘आप’ का उभरना कोई मामूली बात नहीं है. जनता कांग्रेस से परे देख रही है.
यूपी के लिए योगी को बराबर श्रेय मिले लेकिन बाकी जीत मोदी की लोकप्रियता के कारण है. बीजेपी ‘स्वीट स्पोट’ में है
चार राज्यों में बीजेपी की शानदार जीत पीएम मोदी की लोकप्रियता का सबूत हैं जबकि मोदी और योगी आदित्यनाथ दोनों को यूपी का श्रेय मिलना चाहिए, बाकी सब जगह मोदी हैं. योगी एक नए जन नेता और वोट-बटोरने वाले हैं और रणनीति के मास्टर अमित शाह के साथ बाजेपी ‘स्वीट स्पोट’ में हैं.