कड़े आपातकाल के 46 साल हो गए, और यह हमें हर दिन सरकार की बेलगाम शक्तियों के बारे में याद दिलाता है. आपातकाल भले ही समाप्त हो गया हो, लेकिन कठिन संघर्ष वाली आजादियों पर अंकुश लगाने की प्रवृत्ति आज भी पूरे राजनीतिक क्षेत्र में जिंदा है. विलियम फॉल्कनर ने कहा है, ‘अतीत कभी मरता नहीं है, बल्कि ये अतीत होता ही नहीं’.