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Sunday, 22 December, 2024
होम2019 लोकसभा चुनावकौन हैं 28 साल के तेजस्वी जिन्हें भाजपा ने दक्षिण बेंगलुरु से बनाया है उम्मीदवार?

कौन हैं 28 साल के तेजस्वी जिन्हें भाजपा ने दक्षिण बेंगलुरु से बनाया है उम्मीदवार?

इस सीट पर अनंत कुमार को पहली जीत 1996 में मिली थी. इसके बाद से ये बीजेपी का गढ़ रही है. इस बेहद अहम सीट पर 18 अप्रैल को चुनाव होना है.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार रात एक धमाकेदार फैसला लिया. इसके तहत पार्टी ने संभवत: अपने सबसे युवा को एक बेहद अहम सीट से उम्मीदवार बना दिया. इस फैसले के बाद महज़ 28 साल के तेजस्वी सूर्या के लिए भरोसा कर पाना मुश्किल था कि भाजपा के दिग्गज नेता अनंत कुमार की सीट बेंलगुरु साउथ पर उन्हें टिकट दिया गया है. सीट मिलने की जानकारी के बाद के पहले ट्वीट में उन्होंने यही बात लिखी कि उन्हें इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा है कि उन्हें इतनी अहम सीट पर उम्मीदवार बनाया गया है.

सूर्या लिखते हैं, ‘मुझे यकीन नहीं हो रहा है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री और सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष ने 28 साल के एक लड़के पर अपना भरोसा जताया है. वो भी साउथ बेंलगुरु जैसी प्रतिष्ठित सीट पर पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए.’ तेजस्वी के मुताबिक ये सिर्फ उनके भाजपा और नरेंद्र मोदी के नए भारत में ही हो सकता है. इस सीट से उनके ख़िलाफ़ कांग्रेस के राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद चुनाव लड़ेंगे.

सूर्या को टिकट मिलने की वजह से दिग्गज बीजेपी नेता अनंत कुमार की पत्नी तेजस्विनी का टिकट छिन गया. इस सीट पर तेजस्विनी को टिकट मिलना इसलिए भी तय माना जा रहा था क्योंकि राज्य यूनिट के प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने सार्वजनिक तौर पर उन्हें टिकट दिए जाने की घोषणा की थी. ऐसे में सवाल उठता है कि वो तेजस्वी सूर्या कौन हैं जिनकी वजह से बीजेपी ने अनंत कुमार की पत्नी का टिकट काट दिया.

कौन हैं तेजस्वी सूर्या

सूर्या की ट्विटर प्रोफाइल बताती है कि पेशे से वो एक वकील हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वो कर्नाटक हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं. वहीं, वो कर्नाटक बीजेपी यूथ विंग के महासचिव भी हैं. सूर्या एक जोशीले वक्ता हैं और उन्हें बीजेपी की परामर्शदाता संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का शागिर्द माना जाता है. उनके आलोचक उनके भाषण को ध्रुवीकरण करने वाला बताते हैं. वो बीजेपी की राष्ट्रीय सोशल मीडिया टीम का भी हिस्सा हैं.

सूर्या का परिवार बीजेपी से जुड़ा रहा है. वो बीजेपी नेता रवि सुब्रमण्यम के भतीजे हैं और कहा जा रहा है कि वो पार्टी के सबसे युवा उम्मीदवार हैं. फेसबुक प्रोफाइल में अपनी रुचि के विषयों में उन्होंने कानून, राजनीति, अर्थशास्त्र, हिंदू संस्कृति और इतिहास दे रखा है. वो आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व सचिव रह चुके हैं.

बेंगलुरु इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज़ से एलएलबी करने वाले सूर्या ने इसके पहले की पढ़ाई नेशनल कॉलेज जयनगर से की है. अपने फेसबुक प्रोफाइल को उन्होंने वाजपेयी की तस्वीरों से सजा रखा है. वहीं, उन्होंने ख़ुद से जुड़ी जानकारी में उनका एक कोट भी डाल रखा है.

आपको बता दें इस सीट पर अनंत कुमार को पहली बार 1996 में जीत मिली थी. इसके बाद से ये बीजेपी का गढ़ रहा है. इस बेहद अहम सीट पर 18 अप्रैल को चुनाव होना है.

21 मार्च के अपने जिस ट्वीट को सूर्या ने ‘पिन टू टॉप’ कर रखा है उससे उनकी राजनीति की झलक मिलती है. इसमें उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या मोदी को हराने के लिए भारत विरोधी ताकतें एकजुट हो गई हैं. उनके मुताबिक पीएम मोदी का एजेंडा नया भारत बनाना है, वहीं विपक्ष का एजेंडा उन्हें रोकने का है.

उनके मुताबिक जो मोदी के साथ हैं वो भारत के साथ हैं और जो मोदी के साथ नहीं वो भारत विरोधी ताकतों को मज़बूत करने का काम कर रहे हैं.

दिप्रिंट ने जब तेजस्वी से बात करने की कोशिश की तो पता चला कि वो अपना नामांकन भरने में व्यस्त हैं. हमारी बात जैसे ही सूर्या से होती है, हम इस स्टोरी को अपडेट करेंगे.

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