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Friday, 15 November, 2024
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शपथ ग्रहण में नहीं शामिल होंगी ममता बनर्जी, आरोप लगाया कि पावन उपलक्ष्य पर ‘मोदी कर रहे हैं राजनीति’

जिस तरह से बंगाल में 54 लोगों की मौत को राजनीतिक हिंसा का नाम दिया जा रहा है उसे देखते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे इसमें शामिल नहीं होना चाहिए.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के गुरुवार के शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के प्रतिनिधियों और मशहूर हस्तियों तथा राजनेताओं के अलावा 54 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. इस बार लोगों का मुख्य आकर्षण पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी और नरेंद्र मोदी, अमित शाह के बीच जिस तरह से शब्दों के वाण चले हैं उसे देखते हुए यह ममता दीदी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.

खबर थी कि ममता बनर्जी पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आने वाली हैं लेकिन अब वह नहीं आ रही हैं. उन्होंने पीएम मोदी को खत लिख कर बधाई दी है और कहा कि अभी तक मेरी योजना थी कि मैं शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होऊं लेकिन पिछले एक घंटे से जिस तरह की मीडिया में खबरें आ रही हैं कि भाजपा के 54 लोग राजनीतिक हिंसा में मारे गए. यह सच्चाई नहीं है. उन्होंने लिखा कि यह खबरें मुझे बाध्य कर रही हैं कि मैं इस समारोह में भाग न लूं.

ममता ने माफी मांगी और कहा मैं नहीं आ सकती

ममता दीदी ने अपने पत्र में मोदी जी से माफी मांगी है. वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का नया प्रधानमंत्री बनने की बधाई भी दी है और कहा है कि आपका कंस्टीट्यूश्नल आमंत्रण स्वीकार करना मेरी योजना में था. लेकिन जिस तरह से बंगाल में 54 लोगों की मौत को राजनीतिक हिंसा का नाम दिया जा रहा है उसे देखते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे इसमें शामिल नहीं होना चाहिए.

उन्होंने खत में यह भी लिखा कि उन कार्यकर्ताओं की हत्या आपसी रंजिश, पारिवारिक झगड़े और दूसरी वजहों से हुई होगी इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है और न ही हमारे पास ऐसा कोई साक्ष्य ही मौजूद है. वहीं उन्होंने यह भी लिखा कि शपथग्रहण समारोह लोकतंत्र का पावन अवसर है लेकिन इस खुशी के अवसर पर किसी राजनीतिक पार्टी को नीचा दिखाना किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पश्मिच बंगाल में पिछले कुछ सालों में राजनीतिक हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों को विशेष रूप से आमंत्रित किया है. भगवा पार्टी ने पंचायत, स्थानीय निकाय और संसदीय चुनावों के दौरान अपने कई कार्यकर्ताओं को खोया है.

चुनावों के दौरान, मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक हिंसा का मुद्दा बार-बार उठाया था.

इस आमंत्रण को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी को एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.

हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें जीती हैं, और पश्चिम बंगाल में पार्टी का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा, जहां उसने पिछले लोकसभा चुनाव की दो सीटों के मुकाबले इस बार 18 सीटों पर जीत दर्ज की.

बिम्सटेक देशों के नेताओं के साथ-साथ किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोन्बे जीनबेकोव और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने गुरुवार के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि की है.

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