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Saturday, 2 November, 2024
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मोदी कैबिनेट में फिर आपराधिक मामलों से घिरे सांसद हुए शामिल

2014 के लोकसभा चुनाव में 185 सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे. तो 2009 के लोकसभा चुनाव में 160 उम्मीदवारों पर.

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नई दिल्ली: आज नरेंद्र मोदी 17वीं लोकसभा के प्रधानमंत्री की शपथ ली है. ये लोकसभा पिछली लोकसभा से कई मायनों में अलग है. क्योंकि नरेंद्र मोदी को अपने 5 साल के कार्यकाल के बाद भी प्रचंड बहुमत मिला है. इस बार संसद में महिला सांसदों की संख्या भी बढ़ी है. लेकिन इस बार संसद पहुंचने वाले उन सांसदों की संख्या भी बढ़ी है. जिन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं. एडीआर (एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफोर्म्स) की रिपोर्ट के मुताबिक 17वीं लोकसभा में भाजपा के 116 यानी कि 39 फीसदी निर्वाचित सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, कांग्रेस के 26 यानी 57 फीसदी चुने हुए उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक आपराधिक मामलों वाले सांसदों का ये आंकड़ा इस बार पिछले चुनाव से 26 प्रतिशत बढ़ गया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में 185 सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे. तो 2009 के लोकसभा चुनाव में 160 उम्मीदवारों पर. लेकिन इस बार 539 लोकसभा कैंडिडेट्स में से 223 पर क्रिमिनल चार्जेज हैं. इन आपराधिक मामलों में बलात्कार, हत्या, अपहरण, हत्या का प्रयास और महिलाओं के खिलाफ अपराध शामिल हैं. गौरतलब है कि भाजपा के 303 उम्मीदवारों में से 131 पहली बार जीतकर आए हैं.

इन मंत्रियों पर दर्ज हैं आपराधिक मामले

बाड़मेर लोकसभा सीट से कैलाश चौधरी पर बालोतरा थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं. इन पर चोरी, मारपीट, रास्ता रोकने, धोखाधड़ी के आरोप हैं. उनपर न्यायलय में धारा 447, 448, 454,379 के तहत भी कई मामले लंबित हैं. बेगुसराय लोकसभा सीट से गिरिराज सिंह पर आचार संहिता उल्लंघन, जन प्रतिनिधि कानून के अलावा भू-स्वामित्व विवाद और धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों से संबंधित मामले चल रहे हैं.

जोधपुर लोकसभा सीट से गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं. अर्जुन राम मेघवाल ने अपने हलफनामे में कोई आपराधिक मामला नहीं दिखाया है. लेकिन भारतीय निर्वाचन आयोग ने उनके नामांकन के साथ ही एक काउंटर नामांकन भी रखा है. जिसमें अर्जुनराम मेघवाल पर गंभीर मामलों में संलिप्त दर्ज होने की बातें लिखी हैं. हमीरपुर लोकसभा सीट से अनुराग ठाकुर पर भी न्यायलयों में आपराधिक मामले लंबित हैं.

मुरैना लोकसभा सीट से नरेंद्र सिंह तोमर पर का नामांकन अभी भारतीय निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं कराया गया है. लेकिन उन्होंने अपने पिछले चुनाव में एक आपराधिक मामले की घोषणा की थी. मंडला लोकसभा सीट से आने वाले फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपने हलफनामे में 7 आपराधिक मामलों का ब्यौरा दिया है. इनमें से दो गंभीर मामले हैं.

पिछली लोकसभा में थे 30 फीसदी क्रिमिनल मंत्री

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में बनी मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में करीब 30 फीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज थे. इस रिपोर्ट के हिसाब से 78 केंद्रीय मंत्रियों में से 44 मंत्रियों ने अपने चुनावी नांमाकन में अपने ऊपर चले रहे आपराधिक मामलों की घोषणा की थी. इसमें पाया गया था कि 18 फीसदी मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे. उमा भारती पर 1 हत्या, 1 केस भड़काऊ भाषण देने और चुनाव में अवैध लेन-देन के मामले का भी केस दर्ज था. उपेंद्र कुशवाहा और राम विलास पासवान पर भी रिश्वत लेने के एक-एक केस दर्ज थे. गोपीनाथ मुंडे पर भी अपरहण का मामला चल रहा था. नितिन गडकरी पर भी 4 आपराधिक मामले दर्ज थे. उनके अलावा राजीव प्रताप रूडी, रामकृपाल यादव और साध्वी निरंजन ज्योति पर भी 1-1 मामले दर्ज थे.

हत्या, बलात्कार और भड़काऊ भाषण

इस बार 19 निर्वाचित सांसदों पर महिलाओं से जुड़े अपराध के मामले दर्ज हैं. जिसमें से 3 विजेताओं पर तो बलात्कार की धारा 376 के तहत भी मामले चल रहे हैं. 30 जीतकर आए सांसदों पर हत्या की कोशिश के केस चल रहे हैं. 6 निर्वाचित सांसदों पर अपहरण के केस दर्ज हैं. 29 सांसदों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं. 11 पर हत्या के केस चल रहे हैं. इनमे से 10 विजेताओं के खिलाफ आपराधिक मामलों के आरोप भी साबित हो चुके हैं.

सांसद जिन पर लगे हैं गंभीर आरोप

रिपोर्ट में बताया गया है कि जदयू के 6 और शिवसेना के 5 सांसदों ने भी अपने खिलाफ गंभीर अपराध के मामलों की बात नामांकन में स्वीकारी है. भाजपा के 5 सांसदों पर हत्या, 1 सांसद पर हत्या का प्रयास, 4 सांसदों पर अपहरण और 1 सांसद के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं. बसपा के 5 और तृणमूल कांग्रेस के 9 और जदयू के 13 सांसदों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट मामले की मुख्य आरोपी भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा पर आंतकवाद जैसा गंभीर केस चल रहा है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक केरल की इडुक्की लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए डीन कुरिकोज पर 204 मामले दर्ज हैं. उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर जीते अतुल कुमार सिंह खिलाफ 14 केस हैं एक हत्या और 13 अपहरण के मामले चल रहे हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के हिसाब से राजस्थान की बाड़मेर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर जीते कैलाश चौधरी 2 आपराधिक मामलों में आरोपी साबित हुए हैं तो पश्चिम बंगाल की कूच बिहार लोकसभा सीट से भाजपा सांसद श्री निसिथ प्रमाणिक के ऊपर 11 मर्डर के केस हैं. पश्चिम बंगाल के बहरामपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते अधीर रंजन चौधरी पर 7 मर्डर के केस हैं. पश्चिम बंगाल में ही बिष्णुपुर लोकसभा सीट से भाजपा के सौमित्र खान पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के 6 केस चल रहे हैं.
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