लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी के हमशक्ल के तौर पर मशहूर अभिनंदन पाठक अब मोदी के खिलाफ ही वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले हैं. पीएम मोदी के अलावा लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता राजनाथ सिंह को चुनौती देने के लिए वो चुनावी मैदान में उतरेंगे. एक तरफ जहां उन्होंने लखनऊ से नामांकन भी भर दिया है, वहीं दूसरी तरफ वो वाराणसी से 26 अप्रैल को नामांकन भरने वाले हैं.
पीएम के हमशक्ल अभिनंदन ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लखनऊ से नामांकन भरा है. अभिनंदन पाठक का दावा है कि वो ‘डमी’ प्रत्याशी नहीं हैं. वो कहते हैं कि मैं किसी के खिलाफ नहीं बल्कि ‘जुमले’ के खिलाफ हूं और जीतने के बाद मैं प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी का समर्थन करूंगा. कुछ महीने पहले राहुल गांधी ने अभिनंदन के साथ इंस्टाग्राम पर सेल्फी भी पोस्ट की थी. इसके बाद अभिनंदन ने बीजेपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ में प्रचार किया था.
कांग्रेस में नहीं मिली तवज्जो तो लिया फैसला
पिछले साल अक्टूबर महीने में अभिनंदन ने यूपी कांग्रेस चीफ राज बब्बर से मुलाकात की थी जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि पूरे यूपी में कांग्रेस उनसे प्रचार कराएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी मुलाकात प्रियंका गांधी से भी नहीं हो पाई. इससे हताश होकर अभिनंदन ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया. वो इससे पहले 1999 लोकसभा चुनाव और 2012 विधानसभा चुनाव भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ चुके हैं.
अभिनंदन सहारनपुर के रहने वाले हैं लेकिन फिलहाल लखनऊ में रहते हैं. वो इससे पहले बीजेपी के लिए भी प्रचार कर चुके हैं. वो कहते हैं, ‘लोगों ने अच्छे दिन के लिए मोदी सरकार को चुना था, मगर साल दर साल स्थितियां बदतर होती चली गईं. यही वजह है कि अब लोगों का विश्वास मोदी सरकार से उठ गया है.’
अभिनंदन पीएम मोदी से मिलती-जुलती अपनी शक्ल के चलते पहले भी कई बार चर्चा में रहे हैं. साल 2014 में अभिनंदन ने भाजपा और पीएम मोदी के लिए जमकर प्रचार किया था. बता दें कि भाजपा ने लखनऊ संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. वाराणसी से खुद प्रधनमंत्री मोदी चुनाव लड़ रहे हैं.
जानें, कौन-कौन लड़ेगा मोदी के खिलाफ
वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का उम्मीदवार अभी तय नहीं हो पाया है लेकिन तमाम अन्य उम्मीदवारों ने लड़ने कि घोषणा कर दी है. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पीएम मोदी के खिलाफ लड़ने की घोषणा कर चुके हैं. इसके अलावा मद्रास और कलकत्ता हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज सी. एस. कर्णन वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.
कर्णन ने कहा है कि वह वाराणसी में अपने नामांकन के लिए काम कर रहे हैं. सेवानिवृत्त न्यायाधीश ने कहा, ‘मैंने मोदी के खिलाफ वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. अब मैं वाराणसी में अपना नामांकन दाखिल करने के लिए प्रारंभिक काम कर रहा हूं.’ वो पहले ही मध्य चेन्नई लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन कर चुके हैं.
वहीं, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव भी मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. तेज बहादुर का कहना है कि करीब 10,000 पूर्व सैनिक वाराणसी आकर असली चौकीदार के पक्ष में और नकली चौकीदार (पीएम मोदी) के खिलाफ घर-घर प्रचार करेंगे.
वहीं, अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में कई दिनों तक प्रदर्शन कर चुके तमिलनाडु के किसान वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए 111 नामांकन दाखिल करेंगे. तमिलनाडु के किसान नेता पी अय्याकन्नू ने शनिवार को कहा कि राज्य के 111 किसान वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.