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Thursday, 19 December, 2024
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राहुल ने कांग्रेस की गांधीवादी विरासत के सहारे चुनावी बिगुल अहमदाबाद से फूंका

कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव में घेरने के लिए नई नीति पर विचार करेगी जिसमें नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी, रफाल और कृषि पर खास चर्चा करेगी.

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नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस के सांकेतिक रूप से गांधी की विरासत पर अपना हक जता रहे हैं और उन्होंने मोदी- शाह के गढ़ में पहुंचकर चुनावी बिगुल बजा दिया है. इसी चुनावी युद्ध में कांग्रेस पार्टी वर्धा के बाद मंगलवार को अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक (सीडब्ल्यूसी) में बैठक कर रहे हैं. और उम्मीद है कि अहमदाबाद में आज पटेलों का चेहरा बन कर उभरे हार्दिक पटेल कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं.

कांग्रेस कार्यकारिणी की अहमदाबाद में हो रही इस बैठक में भाग लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्वी उत्तर प्रदेश की महासचिव प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी पहुंचे हैं. सुबह सभी एक बस में सवार होकर साबरमती आश्रम पहुंचे. मीटिंग से पहले सभी नेताओं ने अपनी पार्टी के पितामह महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम में दांडी मार्च की 89वीं वर्षगांठ के दौरान प्रार्थना सभा में भाग लिया उसके बाद सरदार पटेल स्मारक में सीडब्ल्यूसी की मीटिंग के लिए पहुंचे.

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महात्मा गांधी के दांडी मार्च के सहारे कांग्रेस बजाएगी चुनावी बिगुल

कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव में घेरने के लिए नई नीति पर विचार करेगी जिसमें नोटबंदी, जीएसटी, बेरोज़गारी, राफेल और कृषि पर खास चर्चा करेंगे और चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को यह बताने पर ज़ोर दिया जाएगा कि पीएम मोदी के फैसले से भारतीय अर्थव्यवस्था किस तरह से चरमराई है.


यह भी पढ़ें: वर्धा में कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक का सांकेतिक महत्व, असल निशाना मोदी सरकार


कांग्रेस पार्टी के लिए यह लोकसभा चुनाव और यह बैठक बहुत खास मानी जा रही है. यह खास इसलिए भी है क्योंकि गुजरात में 58 सालों के बाद कांग्रेस सीडब्ल्यूसी बैठक कर रही है. इससे पहले गुजरात के भावनगर में 1961 में बैठक हुई थी.

अगर कांग्रेस कि पिछली मीटिंगों पर नज़र डालें तो यह कांग्रेस के इतिहास में पहली बार होने जा रहा है कि जब गांधी परिवार के तीन सदस्य एक साथ किसी सीडब्ल्यूसी में शामिल होंगे. प्रियंका की यह पहली सीडब्ल्यूसी बैठक होगी.

17वीं लोकसभा चुनाव की तारीखें आ चुकी हैं. इस बार 7 चरणों में मतदान किए जाएंगे. लेकिन आज का दिन कांग्रेस पार्टी ने खास मकसद से चुना है. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 12 मार्च को अहमदाबाद में होने के पीछे यह तर्क दिया है कि दांडी मार्च कर महात्मा गांधी ने 1930 में अंग्रेजो भारत छोड़ो का बिगुल फूंका था और आज कांग्रेस पार्टी पीएम मोदी को सत्ता से हटाने के लिए यहां से रणभेरी बजाने जा रही है.

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