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भगोड़ों को ‘आने का वीजा’ क्यों मिलना चाहिए, बदला एक व्यंजन है जिसे बुलडोजर परोसता है

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.

आलोक निरंतर | Twitter/@caricatured

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के प्रदर्शित कार्टून में, आलोक निरंतर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा ऋण धोखाधड़ी मामले में चंदा कोचर, दीपक कोचर और वेणुगोपाल धूत के खिलाफ कार्रवाई के बाद सरकार पर कटाक्ष करते हैं, जबकि विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और ललित मोदी समेत बड़े डिफाल्टर खुलेआम विदेश में घूम रहे हैं.

कीर्तिश भट्ट मध्य प्रदेश के रीवा जिले में हाल ही में हुई घटना का मज़ाक उड़ाते हैं, जहां एक व्यक्ति का अपनी प्रेमिका के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल होने के बाद उसका घर तोड़ दिया गया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बाद में ट्वीट किया था कि आरोपी को शनिवार को मिर्जापुर में गिरफ्तार किया गया.

ई. पी. उन्नी भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) के प्रमुख के खुलासे पर ध्यान खींचते हैं कि 1962, 1965 और 1971 के युद्धों का कोई रिकॉर्ड नहीं है. कार्टून दिखाता है कि मंत्रालय सार्वजनिक तौर से बचने के लिए इसे गुप्त बनाए रख सकते हैं.

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सतीश आचार्य कर्नाटक के शिवमोग्गा में हिंदू जागरण वेदिके के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक सम्मेलन में भड़काऊ भाषण देने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की निंदा करते हैं.

संदीप अध्वर्यु ने राज्यसभा में वित्त मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों पर प्रकाश डालते हैं, जो दिखाता है कि पिछले 5 वर्षों में, वाणिज्यिक बैंकों ने कुल राइट-ऑफ किए गए लोन का केवल 13 प्रतिशत वसूल किया है, जो लगभग 10 लाख करोड़ रुपये है. यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब बैंक ‘ग्राहक डेटा की गोपनीयता’ का हवाला देते हुए बड़े डिफॉल्टर्स का नाम लेने से इनकार कर रहे हैं.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

 

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