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मोदी आचार संहिता और एक नेता जो अपनी बात कहने को लेकर माफी मांगता रहता है

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.

मंजुल | Twitter/@MANJULtoons | Vibes of India

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के प्रदर्शित कार्टून में, मंजुल बताते हैं कि कैसे पीएम नरेंद्र मोदी के अथक प्रचार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों में बढ़त दिलाई.

बीबीसी हिंदी में कीर्तिश भट्ट भारतीय राजनेताओं के विवादास्पद बयान देने की आदत पर टिप्पणी करते हैं, जिसके बाद वे चुनाव नजदीक होने पर माफी मांगते हैं. उदाहरण के तौर पर एक राजनेता का सहयोगी बॉस से कह रहा है: ‘याद रखिए, आज विवादित बयान और कल ये माफी वाला बयान. पिछली बार आप माफी वाला बयान पहले पढ़ आए थे.

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नाला पोनप्पा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मंत्री और आप नेता सत्येंद्र जैन के तिहाड़ जेल में रहने के दौरान जुड़े विवाद की ओर इशारा करते हैं.

साजिथ कुमार रविवार को पार्टी की संचालन समिति की पहली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी का हवाला देते हैं. कथित तौर पर खड़गे ने बैठक में कहा कि जो लोग ‘अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में असमर्थ हैं, उन्हें दूसरों के लिए रास्ता देना होगा.’

सतीश आचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चुनावी गुजरात में एक रोड शो के दौरान एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाने के लिए उनके काफिले को रोकने और इस कदम पर विपक्ष की तीखी आलोचना को दर्शाते हैं, जिसने एंबुलेंस को भाजपा का ‘स्टार प्रचारक’ करार दिया गया है.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

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