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डीएसपी देविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलवामा हमले की नए सिरे से जांच की जरूरत: अधीर रंजन

अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट कर कहा, 'अगर इत्तेफाक से दविंदर सिंह का नाम दविंदर खान होता तो आरएसएस की ट्रोल रेजीमेंट की प्रतिक्रिया ज्यादा तीखी और मुखर होती. वर्ण, मत और संप्रदाय से इतर देश के दुश्मनों की निंदा होनी चाहिए.'

adheer ranjan chaudhary
अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता

नई दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कश्मीर घाटी में पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह की दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार कहा कि पुलवामा हमले की नए सिरे से जांच की जरूरत है.

अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ‘अगर इत्तेफाक से दविंदर सिंह का नाम दविंदर खान होता तो आरएसएस की ट्रोल रेजीमेंट की प्रतिक्रिया ज्यादा तीखी और मुखर होती. वर्ण, मत और संप्रदाय से इतर देश के दुश्मनों की निंदा होनी चाहिए.’

उन्होंने दावा किया, ‘घाटी में इस कमजोरी का खुलासा हुआ है वो हमें परेशान करने वाली है.’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अब सवाल यह पैदा होता है कि पुलवामा हमले के पीछे के असली गुनाहगार कौन हैं? इस मामले पर नए सिरे से जांच की जरूरत है.’

कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने भी पुलवामा को लेकर मोदी सरकार से पूछा सवाल

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पुलवामा को लेकर मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा, ‘हमने कई बार पूछा लेकिन प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया. देविंदर सिंह मोहरा है या ये ही सूत्रधार है. इस पर गंभीर जांच होने की जरूरत है. देविंदर सिंह के तार जम्मू कश्मीर प्रशासन में है? दिल्ली के प्रशासन में है? हम मांग करते हैं कि देश के गृह मंत्री और प्रधानमंत्री खुद इस मामले की जांच करके जवाब दें.’

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उन्होंने यह भी कहा, एक तरफ आप देविंदर सिंह को मेडल दे रहे हैं. दूसरी तरफ देविंदर तीन आतंकियों को एंट्री करा रहे थे. सरकार ने कहा उसको इसकी एवज में 12 लाख रुपये मिलने थे. ये पूरी कहानी संशय पैदा करती है. इसकी जांच होनी चाहिए?

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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