नई दिल्ली: वर्ष 2020 के शांति नोबेल पुरस्कार से विश्व खाद्य कार्यक्रम को सम्मानित किया जाएगा. वैश्विक स्तर पर भूख से लड़ने और खाद्य सुरक्षा के प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम को शुक्रवार को यह सम्मान देने की घोषणा की गई.
नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा ओस्लो में नोबेल समिति के अध्यक्ष बेरिट रेइस एंडरसन ने की.
नोबेल समिति ने कहा कि संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों में शांति बनाए रखने और युद्ध और संघर्ष के खिलाफ भूख को हथियार बनाने के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम को सम्मानित किया जाएगा.
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The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2020 Nobel Peace Prize to the World Food Programme (WFP).#NobelPrize #NobelPeacePrize pic.twitter.com/fjnKfXjE3E— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 9, 2020
नोबेल समिति ने कहा कि कोरोनावायरस की महामारी के चलते दुनियाभर में भूखे लोगों की संख्या में लाखों का इजाफा हुआ है. समिति ने सरकारों से आह्वान किया कि वे विश्व खाद्य कार्यक्रम और अन्य सहायता संगठनों को वित्तीय मदद सुनिश्चित करे ताकि वे उन्हें भोजन मुहैया करा सकें.
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नोबेल समिति ने जानकार दी कि 2019 में विश्व खाद्य कार्यक्रम ने 88 देशों के 100 मिलियन लोगों को मदद पहुंचायी है जो कि खाद्य असुरक्षा और भूख से पीड़ित थे. 2019 में तकरीबन 135 मिलियन लोग एक्यूट हंगर से प्रभावित थे जो कि बीते कई सालों में सबसे ज्यादा है. इसमें सबसे ज्यादा वृद्धि युद्ध और सैन्य संघर्ष के कारण हुआ है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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