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सीतारमण का मनमोहन को जवाब, किसी खास अवधि में कब और क्या गलत हुआ इसे याद करना जरूरी

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि सरकार समाधान ढूंढने की बजाए हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दोष मढ़ने की कोशिश करती है.

Nirmala-Sitharaman
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की फाइल फोटो

वाशिंगटन: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी खास अवधि में कब और क्या गलत हुआ, इसे याद करना बेहद जरूरी है. सीतारमण ने यह टिप्पणी सिंह के उस आरोप के जवाब में की है जिसमें उन्होंने कहा था कि राजग सरकार हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दोष मढ़ने की कोशिश करती है.

सिंह ने अपने शासन में कुछ ‘कमजोरियां होने’ की बात स्वीकार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मोदी सरकार को प्रत्येक आर्थिक संकट के लिए संप्रग सरकार को दोष देना बंद करना चाहिए क्योंकि समाधान निकालने के लिए पांच साल का समय पर्याप्त होता है.

सीतारमण ने मनमोहन सिंह को जवाब देते हुए भारतीय संवाददाताओं से कहा,’मैं आरोप-प्रत्यारोप में नहीं उलझने की बात कहने के लिए डॉ मनमोहन सिंह का सम्मान करती हूं, लेकिन किसी बात का संदर्भ समझाने के लिए किसी खास अवधि में कब और क्या गलत हुआ, यह याद करना अत्यावश्यक है क्योंकि अब आरोप मुझ पर लग रहे हैं कि अर्थव्यवस्था को लेकर कोई विमर्श है ही नहीं’

सीतारमण, सिंह के उन आरोपों का जवाब दे रहीं थीं जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार समाधान ढूंढने की बजाए हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दोष मढ़ने की कोशिश करती है.

मुंबई में हुए संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की यह टिप्पणी सीतारमण के एक बयान के बाद आई थी. सीतारमण ने न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को उनके सबसे ‘बुरे दौर’ में पहुंचाने के लिए मनमोहन सिंह-रघुराम राजन की जोड़ी जिम्मेदार है.

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अमेरिका के साथ व्यापारिक मतभेद कम

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने बातचीत में यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक मतभेद कम हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच जल्द ही कोई व्यापार समझौता होने की उम्मीद है.

‘मुझे जल्द ही कोई समझौता होने की उम्मीद है. निस्संदेह (मतभेद) कम हो रहे हैं.’

सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में भाग लेने यहां आई हैं. उनसे दोनों देशों के बीच भारत एवं अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते को लेकर चल रही बातचीत की स्थिति के बारे में सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय इस पर काम कर रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह बातचीत पूरी हो जाएगी.

सीतारमण ने कहा, ‘मैं जानती हूं कि कितनी गहन वार्ता चल रही है और जिन मामलों पर उनके बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं, उन्हें सुलझाया जा रहा है. मुझे जल्द ही कोई समझौता होने की उम्मीद है.’

इस बीच, अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहाऋ कि भारत की अपनी हालिया यात्रा में अमेरिकी वाणिज्य मंत्री विल्सर रॉस ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों के सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ने की ओर जोर दिया था.

रॉस ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री और रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की थी. अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अमेरिकी वाणिज्यिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय बैठकों में सीतारमण और गोयल से मुलाकात की थी.

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