होम विदेश बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में मिले जो बाइडेन और शी जिनपिंग,...

बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में मिले जो बाइडेन और शी जिनपिंग, संघर्ष से बचने पर दिया जोर

शी ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका के साथ संबंधों को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'चीन संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ काम करने के लिए तैयार है ताकि एक दूसरे के साथ मिलकर सही रास्ता खोजा जा सके.'

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग की बाली में मुलाकात | ANI

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के बीच सोमवार को इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर बैठक हुई.

बैठक में दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया, एक-दूसरे का अभिवादन किया और दोनों तरफ के अधिकारी अपनी-अपनी मेज पर बैठ गए. वे कैमरों को देख कर मुस्कुराए और शी ने जो बाइडेन के बारे में कहा, ‘आपको देखकर अच्छा लगा.’

चीन के शी और बाइडेन एक-दूसरे को एक दशक से अधिक समय से जानते हैं लेकिन सोमवार को उन्हें अपनी वर्तमान भूमिकाओं में पहली बार आमने-सामने देखा गया.

2021 की शुरुआत में बाइडेन के पदभार संभालने के बाद से शी के साथ उनकी पांच फोन और वीडियो पर बातचीत हुई है लेकिन सोमवार की मुलाकात 2017 के बाद से उनकी पहली इन-पर्सन है, उस दौरान बाइडेन बराक ओबामा के उपाध्यक्ष थे. शी ने आखिरी बार 2019 में अमेरिकी नेता डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी.

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि बाइडेन चाहते हैं कि इंडोनेशिया में शी के साथ उनकी बैठक संवाद में वापस लौटने और महाशक्तियों को संघर्ष से बचाने के लिए ‘गार्डरेल्स’ स्थापित करने में मदद करे.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर बाली में बैठक से पहले एक अधिकारी ने कहा कि बाइडेन को अपने दृष्टिकोण के लिए ‘सहयोगियों और भागीदारों’ का समर्थन मिला हुआ है. अधिकारी ने कहा, ‘जिम्मेदारी से संचार बढ़ाने के लिए संबंध बनाने के हमारे दृढ़ संकल्प के लिए व्यापक समर्थन है.’

शी के साथ वार्ता के लिए अमेरिकी लक्ष्यों का अवलोकन अमेरिका-चीन संबंधों को स्थिर करने में चुनौती की भयावहता और कम उम्मीदों दोनों को दर्शाता है.

आर्थिक प्रतिस्पर्धा, मानवाधिकारों के मुद्दों और चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव पर बाइडेन के सत्ता संभालने के बाद से दुनिया की दोनों सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध खराब हो गए हैं.

चीन के शिनजियांग क्षेत्र में व्यापार से लेकर मानवाधिकारों तक और ताइवान की स्थिति को लेकर वाशिंगटन और बीजिंग आमने-सामने हैं.

बाइडेन ने कहा कि वह चाहते हैं कि अमेरिका और चीन ‘हमारे मतभेदों को प्रबंधित करें, प्रतिस्पर्धा को संघर्ष बनने से रोकें.’ बाइडेन ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी शी के साथ ‘हमेशा सीधी बातचीत’ हुई है. चर्चा ने उनमें से किसी को भी उनके ‘गलत इरादों के अनुमान’ से रोका है.

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं, वह मुझे जानता है.’

बाइडेन ने कहा, ‘हमें अभी यह पता लगाना है कि सीमा कहां हैं और अगले दो सालों में हम सब के लिए सबसे अहम चीजें क्या हैं.’

बाइडेन रविवार रात बाली पहुंचे क्योंकि उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी ने मध्यावधि चुनावों में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करने के बाद सीनेट पर अपना दबदबा कायम रखा है.

वहीं, शी ने पिछले महीने कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस में एक अभूतपूर्व तीसरा कार्यकाल हासिल किया था. वह माओत्से तुंग के बाद चीन के सबसे शक्तिशाली नेता हैं.

शी ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका के साथ संबंधों को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘चीन संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ काम करने के लिए तैयार है ताकि एक दूसरे के साथ मिलकर सही रास्ता खोजा जा सके.’


यह भी पढ़ें: जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बाली रवाना होंगे पीएम मोदी, बोले- वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करूंगा


Exit mobile version