यरुशलम: भारत के साथ रिश्तों को और मजबूत करने की वकालत करते हुए इज़राइल ने सोमवार को कहा कि कोरोनावायरस संकट ने दोनों देशों को एक-दूसरे की मदद करने और आपसी संबंध बढ़ाने का मौका दिया है.
विदेश मंत्रालय में एशिया एवं प्रशांत मामलों के उप महानिदेशक गिलाड कोहेन ने इस संबंध में ‘टाइम्स ऑफ इज़राइल’ के लिए एक ब्लॉग लिखा है.
उन्होंने ब्लॉग में कहा कि इस वैश्विक महामारी ने दोनों देशों को ‘एक दूसरे की मदद करने और संबंध बढ़ाने’ का अवसर प्रदान किया है.
कोहिन ने लिखा, ‘इज़राइल के इस खास कदम का आज भारत में स्वागत किया गया, कुछ महीने पहले ही दवाइयां और अन्य आवश्यक नैदानिक उपकरण भेजे गए थे.’
उन्होंने कहा कि उनके देश ने भारत को परिष्कृत वेंटिलेटर के निर्यात और हस्तांतरण को मंजूरी देने के लिए लीक से हटकर कदम उठाया.
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले भारत ने 7 अप्रैल को इज़राइल को चिकित्सकीय उपकरण और हाइड्रोऑक्सीक्लोरोक्वीन सहित पांच टन दवाईयां भेजी थीं.
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इसकी आपूर्ति करने का विशेष अनुरोध किया था.
कोहिन ने कहा, ‘इस तरह, इज़राइल और भारत ने इस अभूतपूर्व वैश्विक महामारी को एक-दूसरे की सहायता करने और अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के अवसर में बदल दिया.’
इज़राइल से एक विशेष विमान शोधकर्ताओं, रक्षा विशेषज्ञों और उन्नत चिकित्सकीय उपकरणों के साथ सोमवार को भारत पहुंचा.
इज़राइल का यह दल कोविड-19 के लिए ‘रैपिड टेस्टिंग सॉल्यूशन’ तैयार करने में भारत में शोधकर्ताओं की मदद करेगा.