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पूर्व सीएम फडणवीस का उद्धव ठाकरे पर वार,बोले यह सरकार के पतन की शुरुआत

कैबिनेट विस्तार के पांचवें दिन उद्धव ठाकरे सरकार को झटका लगा है. शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार के इस्तीफा दिए जाने की खबर के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार पर निशाना साधा है.

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महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार . फोटो:सोशल मीडिया

नई दिल्ली: महाराष्ट्र की शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अगाड़ी गठबंधन सरकार में खींचतान सामने आने लगी है. राज्य कैबिनेट विस्तार के महज पांच दिनों के बाद ही शिवसेना कोटे से मंत्री अब्दुल सत्तार के मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने की बात सामने आ रही है. खबर है कि अब्दुल सत्तार राज्य सरकार में बतौर राज्यमंत्री के तौर पर शामिल किए गए है और वह चाहते हैं कि उन्हें कैबिनेट मंत्री पद दिया जाए. इसी के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है. उन्हें उनकी पसंद का मंत्रालय देकर मनाया जा सकता है.

अब्दुल सत्तार के नाखुश होने और महाराष्ट्र के मंत्री पद से इस्तीफा देने के मामले में समाचार एजेंसी एएनआई को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘कैबिनेट में कोई मतभेद नहीं हैं. यदि कोई मंत्री इस्तीफा देते हैं तो सामान्य रूप से इस्तीफा सीएम या राजभवन को भेजा जाता है, लेकिन दोनों में से किसी को इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है.’

इस मामले में भाजपा के नेता और राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, यह सरकार के पतन की शुरुआत है. अब्दुल सत्तार के साथ धोखा हुआ है. शिवसेना ने धोखा देने का काम किया है. इस सरकार में सभी को मलाईदार विभाग चाहिए.

अब्दुल सत्तार के बेटे समीर सत्तार ने समाचार एजेंसी एएनआई से अपने पिता के नाखुशी की बात पर कहा, ‘मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस विषय पर वह अभी कुछ नहीं बोल सकते हैं. मुझे लगता है कि वह जल्द ही इस बारे में कुछ बोलेंगे अच्छा होगा कि हम उनके बोलने का इंतजार करें.’

जानकारी के अनुसार ​शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार कैबिनेट विस्तार के बाद से नाराज चल रहे थे. उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्हें सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया. इससे नाराज होकर उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया. फिल्हाल वे अभी भी शिवसेना के विधायक है. वहीं सत्तार ने अपना इस्तीफा सीएम ठाकरे को नहीं भेजकर पार्टी के एक प्रमुख नेता को भेजा है. सत्तार के इस कदम के बाद से पार्टी नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिशे तेज कर दी है.

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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ​अब्दुल सत्तार शिवसेना में शामिल हुए थे. कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लेने के ​चलते पार्टी से निकाल दिया था.

महाविकास अगाड़ी की सरकार में 2014 के बाद पहली बार मंत्रिमंडल में चार मुस्लिम चेहरे शामिल किए गए है. इनमें शिवसेना के अब्दुल सत्तार, एनसीपी के नवाब मलिक व हसन मुशरीफ और कांग्रेस के असलम शेख है.

इधर, महाराष्ट्र सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार के चार दिन बाद भी विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है. तीनों पार्टीयों के प्रमुख नेताओं की कई दौर की बैठक में मंत्रालय के बंटवारे के सहमति बन गई है. लेकिन अभी भी फैसला सीएम उद्धव ठाकरे को लेना है.

हॉल ही में उद्धव ठाकरे की सरकार में 36 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी. इसमें एक उपमुख्यमंत्री, 25 कैबिनेट और 10 राज्यमंत्री शामिल है. तीनों पार्टी ने अपने अपने कोटे से मुस्लिम समुदाय को साधने के लिए अपने कोटे से मंत्री पद दिया है.

सरकार नए विभागों पर विचार कर रही है, इसलिए समय लग रहा है: राकांपा

महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ गठबंधन साझीदार राकांपा ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे नीत सरकार कुछ नए विभाग बनाने पर विचार कर रही है, इसलिए मंत्रियों को विभागों का बंटवारे करने में समय लग रहा है.

राकांपा के मुख्य प्रवक्ता एवं महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की इन खबरों के मद्देनजर यह बयान दिया, जिनमें दावा किया गया है कि तीनों सत्तारूढ़ दलों के बीच विभागों के बंटवारे पर मतभेद के कारण आवंटन में देरी हो रही है.

मलिक ने कहा कि विभागों का आवंटन सोमवार को किए जाने की संभावना है.

राकांपा नेता ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा, ‘सरकार नए विभागों के गठन पर विचार कर रही है, इसलिए इसमें समय लग रहा है और कोई बात नहीं है.’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ )

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