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‘सिद्धू मेरा दोस्त है उसे कैबिनेट में ले सकते हो तो ले लो’, अमरिंदर सिंह बोले- पाकिस्तान से मिला था मैसेज

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी पीएम की तरफ से उन्हें नवजोत सिंह सिद्धू को कैबिनेट में शामिल करने का मैसेज मिला था.

कैप्टन अमरिंदर सिंह | एएनआई

नई दिल्लीः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि उन्हें पाकिस्तान के पीएम की तरफ से नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी कैबिनेट में शामिल करने के लिए संदेश भेजा गया था.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से एक ऐसे व्यक्ति ने जो कि दोनों को जानता है, उसने संदेश दिया कि पाकिस्तान के पीएम ने कहा है कि हो सके तो सिद्धू को कैबिनेट में ले लो और अगर वह काम नहीं करेगा तो उसे बाहर निकाल देना. उन्होंने कहा, ‘मुझे कहा गया कि पाकिस्तानी पीएम का संदेश है कि सिद्धू उनके काफी अच्छे दोस्त हैं, अगर आप उन्हें कैबिनेट में लेते हैं तो वह काफी शुक्रगुज़ार रहेंगे. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये बात बीजेपी हेडक्वार्टर पर एक सीट शेयरिंग अरेंजमेंट के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही.

सिद्धू के पास दिमाग नहीं है

दरअसल, अमरिंदर सिंह सिद्धू को कांग्रेस की पंजाब इकाई का मुखिया बनाए जाने के खिलाफ थे. रविवार को उन्होंने चंडीगढ़ में कहा था कि सिद्धू के पास दिमाग नहीं है. उन्होंने कहा कि, ‘मैंने पांच साल पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कहा था कि इस अक्षम व्यक्ति को पार्टी में शामिल न किया जाए. इसके ऊपर समय बर्बाद करने जैसा है.’ उन्होंने कहा कि सिद्धू ने उनसे एक दिन कहा कि वह 6 घंटे मेडिटेशन करते हैं और 1 रोजाना एक घंटे भगवान से बात करते हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने ये बात सोनिया गांधी को बताई थी. बता दें कि अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी कैबिनेट से बाहर निकाल दिया था. दोनों के बीच संबंध अच्छे नहीं थे.

सिद्धू की पहले भी दिखी है पाकिस्तान से दोस्ती

गौरतलब है कि सिद्धू पहले भी पाकिस्तान के साथ दोस्ती की हिमायत करते रहे हैं. इसलिए उनके ऊपर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ दोस्ती होने के आरोप लगते रहे हैं. करतारपुर साहिब में गुरुद्वारा जाने पर उन्होंने कहा था कि अगर पंजाब के लोगों का जीवन बदलना चाहते हैं तो बॉर्डर खोल देना चाहिए. उस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के स्थान पर गुरुद्वारा दरबार साहिब के चीफ एक्जीक्यूटिव अधिकारी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था.

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इमरान खान के शपथ ग्रहण में शामिल हुए थे सिद्धू

यही नहीं इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान भी नवजोत सिंह सिद्धू विवादों से घिर गए थे. उस समय उन्होंने पाकिस्तान तत्कालीन आर्मी चीफ जावेद बाजवा को गले लगा लिया था, जिसे लोगों ने इंडियन आर्मी के अपमान के तौर पर लिया था. बाद में उनके ऊपर देशद्रोह के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी.

कांग्रेस से अलग होने के बाद उन्होंने अपनी स्वतंत्र पार्टी पंजाब लोक दल बना ली जो कि इस बार बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है.


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