होम राजनीति प्रियंका गांधी ने लखनऊ की दलित बस्ती में लगाई झाड़ू, योगी आदित्यनाथ...

प्रियंका गांधी ने लखनऊ की दलित बस्ती में लगाई झाड़ू, योगी आदित्यनाथ पर साधा निशाना

गांधी ने कहा इस देश में करोड़ों लोग झाड़ू लगाने का काम करते हैं. मुख्यमंत्री ने बयान देकर हमारे दलित भाई बहनों का अपमान किया है.

कांग्रेस नेता और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी लखनऊ की दलित बस्ती में झाड़ू लगाती हुईं | फोटो- विशेष व्यवस्था से

लखनऊ: लखनऊ स्थित इंदिरा नगर की दलित बस्ती लवकुश नगर में प्रियंका गांधी वाड्रा आज शुक्रवार को अचानक पहुंच गईं. कांग्रेस महासचिव ने लवकुश नगर में झाड़ू लगाई. इस दौरान उन्होंने कहा कि झाड़ू लगाना स्वाभिमान और सादगी का प्रतीक है.

उन्होंने कहा कि इस देश में करोड़ों महिलाएं, भाई-बहन झाड़ू लगाने का काम करते हैं. मुख्यमंत्री ने बयान देकर हमारे दलित भाई बहनों का अपमान किया है.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी के सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाने पर कहा था कि जनता उनको उसी लायक बनाना चाहती है. इसके जवाब में प्रियंका आज फिर झाड़ू लगाने निकल गईं.

वहीं इससे पहले प्रियंका गांधी का सीतापुर के गेस्ट में झाड़ू लगाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल किया गया, जब वह लखीमपुर खीरी में मंत्री बेटे के द्वारा प्रदर्शनकारी किसानाों को गाड़ी कुचलने जाने पर वह पीड़ित किसानों और उनके परिवारों से मिलने जा रही थीं. लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था और सीतापुर के एक गेस्ट हाउस में रखा था.

जिसमें सफाई न होने पर उन्होंने खुद ही झाड़ू लगाकर कमरे की सफाई की थी. वहां उन्हें लगभग 36 घंटे से ज्यादा तक हिरासत में रखा गया था.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

वहीं मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को अब तक गिरफ्तार न किए जाने पर पंजाब कांग्रेस के नेता लखीमपुर खीरी में हिंसा में मारे गये पत्रकार अजय कश्यप के घर में भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि जब तक अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार नहीं किया जाता वह भूख हड़ताल पर रहेंगे.

Exit mobile version