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गोवा विधानसभा चुनाव में केवल कांग्रेस ही भाजपा को हरा सकती है: पी चिदंबरम

चिदंबरम ने कहा कि गोवा में भाजपा सरकार ‘दलबदल करने वालों की, दलबदलुओं की और दलबदलुओं के लिए’ सरकार है.

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पी चिदंबरम की फाइल फोटो । दिप्रिंट.इन

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि गोवा में तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वोटों में सेंध लगा रही हैं और भाजपा को केवल कांग्रेस ही हरा सकती है.

गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक चिदंबरम ने यह भी कहा कि पार्टी और मतदाताओं के प्रति निष्ठा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन की पहली कसौटी है,साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि निर्वाचित होने के पश्चात ऐसे उम्मीदवार पार्टी और मतदाताओं दोनों के प्रति निष्ठावान रहेंगे.

चिदंबरम का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब गोवा प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको ने राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. चालीस सदस्यीय विधानसभा में पार्टी की संख्या दो पर सिमट गई है. लौरेंको तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.

इस माह की शुरुआत में पूर्व मुख्यमंत्रियों लुइजिन्हो फलेरियो और रवि नाइक ने भी कांग्रेस की सदस्यता छोड़ दी.

चिदंबरम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि केवल कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जिसकी गोवा में सभी 40 विधानसभा क्षेत्रों में गहरी जड़ें हैं और जनता जानती है कि केवल कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसमें भाजपा के ‘धनबल और राज्य सत्ता के दुरुपयोग’ के बावजूद पार्टी को हराने का दम है.

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कांग्रेस से हाल में हुए इस्तीफों और उनमें से कुछ के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने जिनमें लौरेंको भी शामिल हैं तथा ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस के राज्य में आक्रामक रणनीति अपनाने के बारे में पूछे जाने पर चिदंबरम ने कहा कि किसी पार्टी की रणनीति या उसकी मंशा पर वह टिप्पणी नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के केवल दो विधायक ही तृणमूल में शामिल हुए हैं.

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के 99 फीसदी कार्यकर्ता कांग्रेस के साथ हैं. मैं इससे अप्रसन्न नहीं हूं कि रेजिनाल्डो लौरेंको तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. तृणमूल कांग्रेस ने हारने वाले उम्मीदवार को हमारे हाथ से ले लिया है और अगर वह उन्हें चुनाव में खड़ा करती है तो वह हारने वाले उम्मीदवार साबित होंगे.’

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि कुर्टोरिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस कार्यकर्ता और जनता ने लौरेंको को हराने का प्रण लिया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या उनका मानना है कि तृणमूल भाजपा की मदद कर रही है और आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ममता बनर्जी की पार्टी भाजपा की ‘बी-टीम’ के रूप में काम कर रही है, चिदंबरम ने कहा, ‘मैं किसी भी पार्टी के इरादों पर टिप्पणी नहीं करता. 2022 में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई में कांग्रेस स्पष्ट तौर पर विजयी होगी.’

उन्होंने कहा,‘तृणमूल और आप गैर भाजपाई वोटों में सेंध लगा रही हैं. इससे भाजपा को फायदा होगा अथवा नहीं, मैं नहीं कह सकता.’

चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वह कह चुके हैं कि सभी कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने के बाद उनसे विचार विमर्श करके ‘इस बात पर निर्णय लेंगे कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा करना उचित है अथवा नहीं.’


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कांग्रेस नेता ने कहा कि यह विकल्प खुला है.

चुनाव की तैयारियों और गोवा में कांग्रेस की स्थिति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत 2017 और 2019 में उस वक्त खराब हुई जब उसके निर्वाचित विधायक भाजपा में शामिल हो गए.

चिदंबरम ने कहा कि गोवा में भाजपा सरकार ‘दलबदल करने वालों की, दलबदलुओं की और दलबदलुओं के लिए’ सरकार है.

चुनाव के बाद पार्टी के निर्वाचित नेताओं के पलायन की आशंका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं होगा. हमने संभावित उम्मीदवारों के नाम सुझाने की जिम्मेदारी ब्लॉक कांग्रेस समितियों और ब्लॉक कार्यकर्ताओं को दी है. हमने उन्हें निष्ठा, अडिग, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए स्वीकार्यता और मतदाताओं के बीच जीत की क्षमता के आधार पर नामों की सिफारिश करने को कहा है.’

चिदंबरम ने कहा कि पार्टी और मतदाताओं के प्रति निष्ठा पहली कसौटी है.

गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि, गोवा में राजनीतिक दलों के बीच चुनाव तक और चुनावों के बाद भी एक दूसरे से चर्चा करने का चलन है.’ उन्होंने कहा कि इस पर कोई निर्णय पार्टी नेतृत्व लेगा.


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