होम राजनीति भगवान के लिए बुलेट ट्रेन भूल जाइए और मौजूदा ट्रेनों पर ध्यान...

भगवान के लिए बुलेट ट्रेन भूल जाइए और मौजूदा ट्रेनों पर ध्यान दीजिए: भाजपा नेता

बुजुर्ग भाजपा नेता और पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने प्रधानमंत्री मोदी से आम आदमी पर दया की अपील के साथ कहा, नहीं आए गरीबों के अच्छे दिन.

लक्ष्मीकांता चावला की फाइल फोटो | फेसबुक

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बुजुर्ग नेता और पंजाब की पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेलमंत्री पीयूष गोयल को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने आम जनता की तकलीफों के प्रति बेपरवाह रहने का आरोप लगाते हुए मोदी और गोयल की तीखी आलोचना की और उन्हें बुलेट ट्रेन के बारे में भूल जाने को कहा है. उनका एक वीडियो बुधवार को वायरल हुआ, जिसमें वह ट्रेन में बैठकर मोदी से आम आदमी पर दया करने की अपील कर रही हैं.

उन्होंने वीडियो में कहा, ‘मैं सरयू-यमुना एक्सप्रेस से सफर कर रही हूं. मुझे ट्रेन में 24 घंटे से आठ घंटे अधिक (32 घंटे) हो चुके हैं. ट्रेन अपने निर्धारित समय से नौ घंटे विलंब से चल रही है. भगवान के लिए बुलेट ट्रेन को भूल जाइए और जो ट्रेन पहले से परिचालन में हैं उनपर ध्यान दीजिए.’

https://twitter.com/ChitleenKSethi/status/1077249337179148289?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1077249337179148289&ref_url=https%3A%2F%2Ftheprint.in%2Fpolitics%2Fbjp-leader-takes-a-train-from-amritsar-to-ayodhya-says-no-achhe-din-in-railways%2F168656%2F

उन्होंने आगे कहा, ‘मोदीजी जनता दुखी है. किनके अच्छे दिन आए, हमें नहीं मालूम. लेकिन निश्चित तौर पर आम लोगों, गरीबों और बेरोजगारों के लिए अच्छे दिन नहीं आए. मैंने खुद देखा है कि इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारी युवा छोटे-छोटे काम कर रहे हैं. आपने उनको क्या दिया?’

उन्होंने पीयूष गोयल की भी आलोचना की और कहा कि ट्रेन में यात्रियों के ट्वीट करने पर यात्रा कर रहे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करने और बीमार लोगों के लिए डॉक्टर भेजने की बात महज प्रचार का साधन है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

चावला ने कहा, ‘मैं रेलवे हेल्पलाइन 138 और 139 पर डॉयल रही हूं और आपको (गोयल) ईमेल भेजा है, लेकिन हमारी तकलीफ सुनने वाला कोई नहीं है. ट्रेन में खाना नहीं है. सीट टूटी हुई है. शौचालय की सीट गंदी है. दरवाजे काफी मुश्किल से खुलते हैं.’

उन्होंने रेलमंत्री से कहा कि कभी आम आदमी बनकर ट्रेन में यात्रा करके देखें कि यात्रियों को कितनी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है.

उन्होंने कहा, ‘शताब्दी और राजधानी ट्रेन अगर अच्छी हैं तो क्या हुआ? मजदूरों, किसानों, सैनिकों और उनके परिवार जिन ट्रेनों में यात्रा करते हैं उनके बारे में क्या कहना है? प्रतीक्षालय के अभाव में कड़ाके की ठंड में रेलवे स्टेशनों पर खुले में सैकड़ों यात्री सो रहे हैं.’

चावला ने कहा, ‘अंधेर नगरी, चौपट राजा.’

Exit mobile version