होम देश संकोची और शर्मीली स्वभाव की हरनाज़ संधू को स्कूल में किया जाता...

संकोची और शर्मीली स्वभाव की हरनाज़ संधू को स्कूल में किया जाता था बुली, जानिए उनके बारे में खास बातें

विश्व के सबसे बड़े सौंदर्य प्रतियोगिता को जीतने वाली हरनाज़ काफी संकोची और शर्मीली स्वभाव की थीं. किसी से बात करते हुए भी उन्हें डर लगता था. वे बहुत दुबली-पतली थीं जिसकी वजह से स्कूल में उन्हें बुली किया जाता था.

हरनाज़ संधू । सोशल मीडिया

नई दिल्लीः पराग्वे की नादिया फेरेरा का हाथ अपने हाथों में थामें भारत की हरनाज़ संधू सांसों को रोके खचाखच भरे ऑडीटोरियम में खड़ी थीं. जैसे ही उनके मिस यूनिवर्स बनने का ऐलान होता है, उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़ते हैं और पिछले साल की मिस यूनिवर्स एंड्रिया मेजा उन्हें साल 2021 का मिस यूनिवर्स का ताज पहनाती हैं. इसी के साथ 21 वर्षीय हरनाज़, सुष्मिता सेन और लारा दत्ता के बाद मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली तीसरी भारतीय बन जाती हैं.

साल 2000 में लारा दत्ता के मिस यूनिवर्स बनने के 21 सालों बाद यह खिताब भारत ने जीता है.

हम आपको बताते हैं कि कौन हैं यह खिताब जीतने वाली हरनाज़, और उनके बारे में कुछ अनसुनी-अनकही बातें-

पहले भी जीत चुकी हैं दो सौंदर्य प्रतियोगिताएं

इसके पहले हरनाज़ दो और सौंदर्य प्रतियोगिताएं जीत चुकी हैं. साल 2017 में मिस चंडीगढ़ और इसी साल यानी 2021 में मिस डिवा यूनिवर्स जीता जिसकी वजह से वह मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में शामिल हो पाईं.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

स्कूल में किया जाता था बुली

विश्व के सबसे बड़े सौंदर्य प्रतियोगिता को जीतने वाली हरनाज़ कहती हैं कि वह काफी संकोची और शर्मीली स्वभाव की थीं. किसी से बात करते हुए भी उन्हें डर लगता था. वे बहुत दुबली-पतली थीं जिसकी वजह से स्कूल में उन्हें चिढ़ाया यानी बुली किया जाता था. उन्होंने कहा कि लेकिन मैंने इन बातों से ऊपर उठकर अपने आपको एक्सप्रेस करना सीखा.

17 की उम्र में शुरू कर दी थी मॉडलिंग

हरनाज़ ने 17 साल की उम्र से ही मॉडलिंग शुरू कर दिया था. हालांकि, उनका कहना है कि तब उन्हें इसके बारे में कुछ पता नहीं था. उनके मुताबिक उन्हें सिर्फ इतना पता था कि सबसे सुंदर लड़की को मिस इंडिया का खिताब मिलता है लेकिन उन्हें बाद में पता लगा कि यह सच नहीं है बल्कि इस खिताब के लिए रोज़ाना कुछ न कुछ सीखाना पड़ता है.

नाना से मिला मोटीवेशन

हरनाज़ कहती हैं उनके नाना जो कि विधायक और वकील रहे हैं, वह उनके लिए हमेशा प्ररेणा स्रोत रहे. समाज और लोगों की नज़र में उनका सम्मान हमेशा हरनाज़ को प्रेरित करता रहा जिसकी वजह से उन्होंने जज बनकर देश के लिए काम करने का फैसला लिया. लेकिन समय के साथ उन्होंने जाना कि देश के लिए कई तरह से काम किया जा सकता है. उनका मानना है कि मां बाप को अपने बच्चों पर डॉक्टर, इंजीनियर या कुछ और बनने के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए. आज कल के बच्चे काफी स्मार्ट हैं, वे खुद अपनी मंज़िल चुन सकते हैं.

फूडी हैं हरनाज़, पंजाब का ट्रेडिशनल फूड है पसंद

हरनाज़ को अपने मां के हाथों का खाना बहुत पसंद है. हालांकि, उनकी मां का कहना है कि हरनाज उनसे भी अच्छा खाना बनाती हैं. हरनाज को राजमा चावल और मक्के की रोटी के अलावा पंजाब का ट्रेडिशनल फूड पसंद है. वह फूडी भी हैं. हरनाज की मां डॉक्टर हैं. उनका कहना है कि जब मां काम के लिए चली जाती थीं तो वह कुकिंग किया करती थीं. उनका कहना है कि दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें अन्न नसीब नहीं. इसलिए खुश होकर खाएं और खूब मेहनत करें.

मां के साथ हेल्थ कैंप में भी किया काम

महिला सशक्तीकरण और उनके संघर्षों को लेकर भी हरनाज़ काफी जागरूक रही हैं. अपनी मां के साथ महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर उन्होंने हेल्थ कैंप में भी काम किया है.

कुकिंग, योगा, हॉर्स राइडिंग है पसंद

अपने खाली टाइम में हरनाज़ कुकिंग, योगा, हॉर्स राइडिंग, डांसिंग, चेस खेलना इत्यादि पसंद करती हैं. अपने आपको तरो-ताज़ा रखने लिए स्विमिंग पूल में गोते लगाना भी हरनाज़ को बहुत पसंद है.

मिमिक्री करती हैं हरनाज़

इसके अलावा हरनाज़ जीवन के हल्के-फुल्के पलों में मिमिक्री करना पसंद है. वे न सिर्फ आदमियों बल्कि जानवरों की भी मिमिक्री कर लेती हैं. इसके अलावा वह पंजाबी में कविताएं लिखती हैं.

सुंदरता महसूस करने की चीज़

हरनाज़ का मानना है कि सुंदरता दिखने की नहीं बल्कि महसूस करने की चीज़ है. वही व्यक्ति सबसे खास है जिसका मन सुंदर है. सुंदर या बदसूरत जैसे शब्द हमारे बनाए हुए हैं. जब हम किसी को बदसूरत कहते हैं तो वास्तव में उस ईश्वर का अपमान करते हैं.

लोक प्रशासन की पढ़ाई कर रही हैं संधू

हरनाज़ इस वक्त मॉडलिंग वगैरह के साथ-साथ लोक प्रशासन में पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर रही हैं.


यह भी पढेंः ‘आप अद्वितीय हैं, अपने जीवन की नेता हैं,’ 21 साल बाद हरनाज संधू भारत लाईं मिस यूनिवर्स का खिताब


 

Exit mobile version