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भारतीय कर्मचारियों को नहीं भा रहा है WFH, सुविधा के बाद भी 78% प्रोफेशनल्स की पहली पसंद है ऑफिस

लिंक्डइन के सर्वे में शामिल 72% कर्मचारियों का कहना है कि वो ऑफिस के टी-ब्रेक की कमी महसूस कर रहे हैं, जहां वे अपने सहयोगियों से काम और व्यक्तिगत जीवन के बारे में हंसी-मजाक करते हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर | पिक्सल्स
प्रतीकात्मक तस्वीर | पिक्सल्स

मुंबई: देश में कोविड महामारी का प्रकोप कम होने के बावजूद अधिकांश कंपनियों को अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा को खत्म कर दफ्तर में वापस लाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा होगा, लेकिन लिंक्डइन के एक नए सर्वेक्षण में कहा गया है कि कर्मचारियों के नजरिए में बदलाव आया है और वो अब वर्क फ्रॉम ऑफिस करना चाहते हैं.

हाइब्रिड (घर और दफ्तर से काम की सुविधा) कल्चर के बावजूद, हाल ही में आए एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 10 में से 8 यानी करीब 78% पेशेवर अपने सहयोगियों के साथ मेलजोल और जुड़ाव के लिए दफ्तर जाना पसंद करते हैं.

पेशेवर नेटवर्क मंच लिंक्डइन की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल 78 प्रतिशत पेशेवरों ने कहा कि वे अपनी पसंद के अनुरूप ऑफिस जा रहे हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल 86 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे एक साल पहले की तुलना में काम पर जाने के बारे में सकारात्मक महसूस करते हैं.

लिंक्डइन की यह रिपोर्ट 1,001 से अधिक 18 वर्ष की उम्र से ऊपर के भारतीय कर्मचारियों की राय पर आधारित है. यह सर्वे 28 फरवरी से छह मार्च, 2023 के बीच किया गया था.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के बाद फिर से ऑफिस खुलने पर हाइब्रिड कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए गए. साथ ही यह भी सवाल उठाया गया कि ऑफिस में समय की कमी और कम दृश्यता होने से किसी के करियर पर असर पड़ेगा.

लिंक्डइन की एक रिपोर्ट से पता चला है कि 63 प्रतिशत कर्मचारियों को लगता है कि दूर से काम करने से उनके करियर पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है. हालांकि, इतने ही प्रतिशत लोगों का मानना ​​है कि अगर वे कार्यालय में कम समय बिताते हैं तो उनके करियर वृद्धि की संभावना कम हो सकती है.

लिंक्डइन की प्रबंध संपादक नीरजिता बनर्जी ने कहा, ‘‘दफ्तर में काम करने की बात आती है, तो हम मानसिकता में बदलाव देखना शुरू कर रहे हैं. हालांकि, भारतीय पेशेवर लचीले काम के विकल्प को पसंद करते हैं, लेकिन वे ऑफिस से काम करने का भी फायदा ले रहे हैं. इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने, सहयोग और ‘टीम वर्क’ में सुधार करने और नए मौके तलाशने में मदद मिलती है.’’

यह एक संभावित कारण हो सकता है कि क्यों 71% भारतीय इस बात से सहमत हैं कि उन्हें लगता है कि घर से काम करते समय उन्हें जरूरत से ज्यादा काम करके देना होता है ताकि यह दिखाया जा सके कि वे काम के प्रति गंभीर हैं.

79% भारतीयों का कहना है कि गुरुवार अब नया शुक्रवार है जो इस तथ्य से निकला है कि शुक्रवार कर्मचारियों के लिए ऑफिस जाने के लिए सबसे कम लोकप्रिय दिन है.

भारत में सर्वेक्षण में शामिल 72% कर्मचारियों ने कहा कि वे ऑफिस के टी-ब्रेक की कमी महसूस कर रहे हैं. यहीं पर वे अपने सहयोगियों के साथ अपने काम और व्यक्तिगत जीवन दोनों के बारे में हंसी-मजाक करते हैं.


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