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विनय सक्सेना ने शपथ ली, कहा ‘स्थानीय अभिभावक’ की तरह काम करूंगा

नयी दिल्ली, 26 मई (भाषा) विनय कुमार सक्सेना ने बृहस्पतिवार को यहां राज निवास में आयोजित एक समारोह में दिल्ली के 22वें उपराज्यपाल के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली और कहा कि वह उपराज्यपाल की तरह नहीं, बल्कि शहर के स्थानीय अभिभावक के रूप में काम करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह राजनिवास में कम और सड़कों पर अधिक दिखेंगे ।

सक्सेना (64) को दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, दिल्ली से सांसद एवं विधायक और शहर की सरकार के शीर्ष नौकरशाह इस समारोह में शामिल हुए।

सक्सेना ने शपथ ग्रहण करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘मैं दिल्ली के प्रत्येक व्यक्ति को बताना चाहता हूं कि मैं उपराज्यपाल की तरह नहीं, बल्कि शहर के स्थानीय अभिभावक के रूप में काम करूंगा। आप मुझे राज निवास में कम और सड़कों पर अधिक देखेंगे ।’’

जल, वायु और ध्वनि प्रदूषण को दिल्ली की गंभीर समस्या करार देते हुए, नए उपराज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार, दिल्ली सरकार और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम करके इसका समाधान किया जायेगा ।

सक्सेना ने यह भी कहा कि यह उनका सपना है कि दिल्ली ‘‘खुशनुमा शहर’’ और ‘‘फूलों का शहर’’बने । उन्होंने कहा कि हम सब इस दिशा में मिल कर काम करेंगे ।

केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार नए उपराज्यपाल के साथ भी उसी तरह मिलकर काम करेगी, जैसा पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यकाल में किया था।

मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘मैं उन्हें सरकार का पूरा सहयोग देने का आश्वासन देता हूं। हम सक्सेना साहब के साथ मिलकर बहुत अच्छा काम करेंगे जैसा कि हमने अनिल बैजल जी के साथ किया था।’’

खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष रहे सक्सेना को 23 मई को दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। सक्सेना ने बैजल का स्थान लिया है, जिन्होंने ‘‘निजी कारणों’’ का हवाला देते हुए 18 मई को पद से इस्तीफा दे दिया था।

सक्सेना ने उपराज्यपाल पद की जिम्मेदारी सौंपने के लिये राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को भी धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान दिल्ली में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को प्रशिक्षण और उपकरण उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने का प्रयास किया जाएगा ।

दिल्ली दंगों और अराजकता का हवाला देते हुये नये उप राज्यपाल ने लोगों से सांप्रदायिक सद्भाव बनाये रखने की अपील की।

उपराज्यपाल के शपथग्रहण समारोह 11 बजे निर्धारत किया गया था जिसमें करीब 40 मिनट की देरी हुयी । समारोह में बैठने की व्यवस्था से नाराज भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन समारोह बीच में छोड़ कर राजनिवास से बाहर चले गये ।

हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा कि एक अधिकारी ने आ कर उनसे सीट खाली करने के लिये बोला और कहा कि यह सीट आरक्षित है। चांदनी चौक से भाजपा सांसद ने कहा कि 15 मिनट इंतजार करने के बाद जब उन्हें कोई सीट नहीं मिली तो वह कार्यक्रम स्थल से चले गए।

सक्सेना कानपुर विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं और उनके पास पायलट का लाइसेंस भी हैं

उन्हें मार्च 2021 में भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर समारोहों के आयोजन के लिए बनाई गई राष्ट्रीय समिति का सदस्य नियुक्त किया गया था।

उन्हें नवंबर 2020 में, 2021 के लिए पद्म पुरस्कार चयन पैनल के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।

भाषा रंजन रंजन नरेश

नरेश

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