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सुप्रीम कोर्ट के छह जज स्वाइन फ्लू से पीड़ित, सबरीमला समेत अन्य मामलों की सुनवाई प्रभावित

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मंगलवार को कोर्टरूम में इस बाबत ये जानकारी दी. 'सुप्रीम कोर्ट के छह जज एच1एन1 फ्लू से प्रभावित है. मुख्य न्यायधीश एसए बोबडे से भी मुलाकात की गई.'

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भारतीय सुप्रीम कोर्ट, फाइल फोटो | गेटी इमेजेज़

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के छह जज स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं जिस कारण कोर्ट की कई बेंच काम नहीं कर पा रही हैं. कई जज कोर्ट रूम में मॉस्क लगाकर काम कर रहे हैं.

सबरीमला मामले पर होनी वाली सुनवाई भी इस कारण प्रभावित हुई है.

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मंगलवार को कोर्टरूम में इस बाबत ये जानकारी दी. ‘सुप्रीम कोर्ट के छह जज एच1एन1 फ्लू से प्रभावित हैं. मुख्य न्यायधीश एसए बोबडे से भी इस बाबत मुलाकात की गई.’

जस्टिस एएस बोपन्ना, हेमंत गुप्ता, इंदिरा बनर्जी, एल नागेश्वर राव, ऋषिकेश रॉय और अब्दुल नज़ीर मंगलवार को कोर्ट में उपस्थित नहीं थे.

चंद्रचूड़ ने वकीलों और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को सलाह दी कि इस बीमारी से निपटने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.

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कोर्ट में ये मामला कैसे शुरू हुआ

सुप्रीम कोर्ट में स्वाइन फ्लू फैलने की शुरुआत जस्टिस एमएम शांतागौड़ार से शुरू हुआ. शीर्ष अदालत में दो सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि उसके बाद जस्टिस एएस बोपन्ना इससे प्रभावित हुए.

शांतागौड़ार मंगलवार को अदालत में उपस्थित थे. जब जस्टिस एनवी रमन्ना बेंच का नेतृत्व कर रहे थे तो जस्टिस संजीव खन्ना मंगलवार को कोर्ट में मॉस्क लगाए हुए थे.

ये मामला तब शुरू हुआ जब सबरीमला से जुड़ी सुनवाई करने वाली संवैधानिक बेंच के दो जजों का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. उसके बाद जस्टिस अरुण मिश्रा के नेतृत्व वाली संवैधानिक बेंच ने भी मामलों की सुनवाई नहीं की क्योंकि मंगलवार को अदालत में जस्टिस इंदिरा बनर्जी मौजूद नहीं थीं.


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सुनवाई के दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा ने भी सावधानी बरती और वरिष्ठ वकील अरयाना सुंदरम को आराम करने को कहा चूंकि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था.

मिश्रा के नेतृत्व वाली बेंच के सामने बात रखने के दौरान सुंदरम ने कहा कि उनकी जगह दूसरे वकील आगे की बहस संभालेंगे क्योंकि वो अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं.

मिश्रा ने अस्वस्थ्य वकील से पूछा- क्या आप ठीक हैं? जिस पर वकील ने कहा कि वो ठीक नहीं है. मिश्रा ने कहा कि आप कोर्ट मत आइए. हम किसी बात को लेकर ही ऐसा कह रहे हैं.

सुंदरम ने कहा कि ‘हां लॉर्डशिप, छह जज…’ वकील की बात खत्म होने से पहले ही जस्टिस एमआर शाह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘यह एच1एन1 फ्लू है.’

दिल्ली में स्वाइन फ्लू

नेशनल सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल (एनसीडीसी) के आंकड़ों के मुताबिक 16 फरवरी तक दिल्ली में लगभग 152 लोग स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं. अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है.

पिछले महीने एच1एन1 से 880 लोग प्रभावित थे जिसमें 14 लोगों की मौत भी हुई थी. हाल की रिपोर्ट ये बताती है. तमिलनाडु में सबसे ज्यादा 172 लोग, दिल्ली में 152, कर्नाटक में 51 और तेलांगना में 148 लोग रिपोर्ट किए गए हैं.

स्वाइन फ्लू इंफ्ल्यूंजा टाइप-ए वायरस से होता है. ये दूषित बूंदों के सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है, या एक दूषित सतह से किसी व्यक्ति की आंखों, नाक या मुंह में स्थानांतरित होता है.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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