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SIT ने कहा-‘लखीमपुर खीरी हिंसा सोची-समझी साजिश’, कांग्रेस बोली अजय मिश्रा को पद से हटाओ

एसआईटी के दावों के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि इस मामले में मोदी जी, फिर से माफ़ी मांगने का टाइम आ गया है.

3 अक्टूबर की हिंसा के दौरान लखीमपुर खीरी में एक वाहन में आग लगा दी गई थी | एएनआई फोटो

नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के सामने आवेदन-पत्र दाखिल कर कहा है कि यह घटना ‘पूर्व नियोजित साजिश’ थी. उसने इस घटना में गिरफ्तार किए गए 13 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोपों के तहत उनके अपराध को दंडनीय बनाया जाने की बात कही है.

पिछले हफ्ते एसआईटी से जुड़े मुख्य विवेचक विद्याराम दिवाकर ने सीजेएम कोर्ट में आवेदन दाखिल कर वॉरेंट में नई धाराएं जोड़ने और आईपीसी की धाराएं 279, 338 और 304ए हटाने की बात कही.

आवेदन में यह भी कहा गया है कि जांच करने वाले अधिकारियों ने पाया है कि घटना को सुनियोजित, सोच समझ कर अंजाम दिया गया था, यह लापरवाही और अशिष्टता का मामला नहीं है.

जांच अधिकारियों ने निवेदन किया है कि आईपीसी की 279 (गाड़ी को सार्वजनिक जगह पर जल्दबाजी या लापरवाही से चलाने) 338 (जल्दबाजी या लापरवाही के कार्य से किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाना) और 304A (लापरवाही के कारण हुई मौत) धाराओं को हटाकर 307 (हत्या का प्रयास), 306 (घातक हथियार से किसी को गंभीर रूप से जख्मी करने), 34 (किसी आपराधिक कार्य को कई व्यक्तियों द्वारा अंजाम देना) को जोड़ा जाए.


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कांग्रेस का हमला 

एसआईटी के दावों के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि इस मामले में मोदी जी, फिर से माफ़ी मांगने का टाइम आ गया है. उन्होंने ट्वीट किया ‘मोदी जी, फिर से माफ़ी मांगने का टाइम आ गया…
लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ. सच सामने है!’

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वहीं, कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी ने मांग की है कि इस साजिश में गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा की क्या भूमिका थी?

उन्होंने ट्वीट किया ‘न्यायालय की फटकार व सत्याग्रह के चलते अब पुलिस का भी कहना है कि गृह राज्यमंत्री के बेटे ने साजिश करके किसानों को कुचला था. जांच होनी चाहिए कि इस साजिश में गृहराज्यमंत्री की क्या भूमिका थी? लेकिन नरेंद्र मोदी जी किसान विरोधी मानसिकता के चलते आपने तो उन्हें पद से भी नहीं हटाया है.’

गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में किसानों के प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी थी और इस दौरान गोलियां भी चलाई गईं थीं. इस घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई थी.


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