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प्रियंका को मिली आगरा जाने की अनुमति, अरुण वाल्मीकि के परिवार से करेंगी मुलाकात

प्रियंका को 17 दिनों में दो बार हिरासत में लिया गया है. लखीमपुर खीरी घटना के दौरान भी उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया था.

आगरा जाते समय पुलिस हिरासत में ली गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी | फोटो: Twitter/ @AjayLalluINC

लखनऊ: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया है और उन्हें आगरा जाने की अनुमति भी मिल गई है. बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें आगरा जाते समय हिरासत में ले लिया था और पुलिस लाइन ले गई थी. हिरासत से बाहर आने के बाद प्रियंका ने कहा कि ‘अभी चार लोगों को आगरा जाने की इजाज़त दी गई है. हम परिवार से मिलने जा रहे हैं.’


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दरअसल, मंगलवार को पुलिस कस्टडी में एक सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि की मौत हो गई थी. जिसके बाद बुधवार को प्रियंका अरुण के परिवार से मिलने के लिए आगरा जा रहीं थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर ही हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में धारा 144 लागू होने की वजह से उन्हें आगरा जाने की अनुमति नहीं है.

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हिरासत में लिए जाने से पहले प्रियंका ने कहा था कि ‘वो कहते हैं कि मैं आगरा नहीं जा सकती. मैं जहां भी जाती हूं वो मुझे रोकते हैं. क्या मुझे रेस्टोरेंट में बैठे रहना चाहिए? सिर्फ इसलिए कि यह उनके लिए राजनीतिक तौर पर सुविधाजनक है? मैं उनसे मिलना चाहती हूं, इसमें कौन सी बड़ी बात है?’

उन्होंने आगे कहा, ‘जब भी मैं पार्टी ऑफ़िस के अलावा दूसरी जगहों पर जाने की कोशिश करती हूं तो प्रशासन मुझे रोकने की कोशिश करता है. इससे जनता को भी असुविधा होती है.’

प्रियंका ने कई ट्वीट करके भी आदित्यानाथ सरकार पर निशाना साधा है. उन्होने लिखा कि ‘अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई. उनका परिवार न्याय मांग रहा है. मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं. उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है.

आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं.’

इसके साथ ही उन्होने अरुण वाल्मीकि मामले में उच्चस्तरीय जांच और परिवार को मुआवज़ा देने की मांग की है.


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बता दें कि कुछ दिन पहले आगरा के जगदीशपुरा थाने से 25 लाख रुपए चोरी हो गए थे जिसका आरोप सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि पर लगाया गया था. इसके बाद मंगलवार को पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई और पूछताछ की गई. रात में अरुण की अचानक तबियत बिगड़ गई जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिवार का आरोप है कि पुलिस की बर्बरता के कारण उसकी मौत हुई है.

आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

वहीं, उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी को 17 दिनों के भीतर दो बार हिरासत में लिया गया है. इससे पहले लखीमपुर खीरी घटना में मारे गए किसानों के परिवार से मिलने जा रहीं प्रियंका को पुलिस ने रोक दिया था और हिरासत में ले लिया था.


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