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प्रधानमंत्री का यह कहना जुमला नहीं है कि वह 2047 के लिए 24 घंटे काम करते हैं: सीतारमण

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी | एएनआई
इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी | ट्विटर/@DrPVVenkitakri1

नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री का यह कथन जुमला नहीं है कि वह ‘2047 के लिए 24 घंटे सातों दिन’ काम करते हैं, बल्कि इससे पता चलता है कि वह दरअसल करके दिखाते हैं।

भाजपा नेता विनय सहस्रबुद्धे द्वारा संपादित पुस्तक ‘द आर्ट ऑफ इम्प्लीमेंटेशन: हाऊ मोदी की गारंटी इज डिलीवर्ड’ के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए सीतारमण ने जनधन खाते खुलने, देशभर में जन औषधि केंद्र खोले जाने और अनेक परियोजनाएं किए जाने का उल्लेख किया।

वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद स्पष्ट रूप से तीन सूत्री एजेंडा सामने रखा था-लंबित परियोजनाओं को पूरा करना, सभी पहल को अंतिम रूप देना और आकांक्षी जिलों को अनेक विकास परियोजनाओं को लागू करने में सहयोग देना।

उन्होंने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री इस बात का उल्लेख करते हैं कि ‘मैं 2047 के लिए 24 घंटे सातों दिन प्रतिबद्ध हूं’ तो यह केवल जुमला नहीं है। दरअसल वह करके दिखाते हैं।’’

सीतारमण ने कहा परियोजनाओं के क्रियान्वयन के संदर्भ में सरकार का प्रदर्शन केवल इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व्यक्तिगत रुचि से हर परियोजना को क्रियान्वित करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘वह सुनिश्चित करते हैं कि अधिकारी इस पर काम करें। वह ऐसे ही नहीं जाने देते।’’

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जब स्वच्छ भारत मिशन और जनधन योजना शुरू की थी तो उनकी आलोचना हुई थी।

भाषा

वैभव माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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