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कोविड-19 पर भारत जल्द पाएगा काबू, सोशल डिस्टैंसिंग और लॉकडाउन सबसे बड़ी वैक्सीन: हर्षवर्धन

कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश इससे निपटने के दौरान हर परिस्थिति के लिए तैयार है.

मीडिया से बातचीत करने डॉ. हर्षवर्धन/एएनआई

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक कर कोरोनावायरस महामारी से निपटने के कदमों की जानकारी दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम दूसरे देशों के साथ मिलकर कोविड-19 की वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जब तक वैक्सीन उपलब्ध होगी तब तक सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन देश के लिए सबसे बड़ी सोशल वैक्सीन है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कोविड-19 प्रबंधन पर कार्रवाई की समीक्षा करने के लिए निर्वाण भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, अश्विनी कुमार चौबे भी बैठक में उपस्थित थे. दोनों मंत्रियों ने कोविड​​-19 रोगियों के इलाज के लिए राज्यों के अस्पतालों द्वारा किए गए प्रबंधों का संज्ञान लिया और वायरस फैलने से उत्पन्न चुनौतियों के लिए तैयारियां कीं.

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कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण रक्तदान में कमी को लेकर उन्होंने कहा कि कोविड 19 के कारण रक्तदान में कमी आई है, हमने निर्णय लिया है कि रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए जहां-जहां संभव हो रक्तदान करने वालों से ब्लड हम उनके घर पर लें या उनको घर से सुविधा प्रदान करके उनको बुलाकर रक्तदान करने के लिए प्रेरित करें.

कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर हर्षवर्धन ने कहा कि देश इससे निपटने के दौरान हर परिस्थिति के लिए तैयार है. लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम किसी ऐसी स्थिति तक पहुंचेंगे. मुझे पूर्ण विश्वास है कि भारत जल्द ही इस महामारी पर पूर्णतया जीत हासिल कर लेगा.
उन्होंने लैब की उपलब्धता में इजाफे की बात करते हुए कहा  कि हमने पुणे में एक लैब से कोरोना टेस्टिंग की शुरुआत करी थी जबकि इस समय 200 से भी ज्यादा लैब्स में इस महामारी की जांच हो रही है. इसके अतिरिक्त देशभर में करीब 16000 कलेक्शन सेंटर भी कार्यरत हैं.

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