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हर्षवर्धन ने स्टेरॉइड के अंधाधुंध प्रयोग पर लोगों को किया आगाह, कहा- डॉक्टर के सुझाव पर ही लें दवा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्टेराइड दवाएं तभी दी जानी चाहिए जब व्यक्ति को ऑक्सीजन संबंधी दिक्कत हो, दुष्प्रभाव रोकने के लिए ये कम मात्रा में उपलब्ध कराई जानी चाहिए और कुछ दिन से अधिक नहीं दी जानी चाहिए.

हर्षवर्धन की फाइल फोटो | ट्विटर

नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को लोगों को स्टेरॉइड दवाओं के अंधाधुंध और अत्यधिक इस्तेमाल को लेकर आगाह किया तथा कहा कि उपचार प्रोटोकॉल के उल्लंघन की वजह से देशभर में कोविड-19 संबंधी जटिलताएं देखी जा रही हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार हर्षवर्धन ने आज सुबह सफदरजंग अस्पताल में नव-स्थापित ऑक्सीजन संयंत्र के निरीक्षण और नए कोविड ब्लॉक के निर्माण की प्रगति का जायजा लेने के बाद कहा कि लोग ऑक्सीजन संबंधी दिक्कत न होने के बावजूद स्टेरॉइड दवाओं की अत्यधिक खुराक ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि स्टेराइड दवाएं तभी दी जानी चाहिए जब व्यक्ति को ऑक्सीजन संबंधी दिक्कत हो, दुष्प्रभाव रोकने के लिए ये कम मात्रा में उपलब्ध कराई जानी चाहिए और कुछ दिन से अधिक नहीं दी जानी चाहिए. इन दवाओं के इस्तेमाल के लिए डॉक्टर का सुझाव आवश्यक है.

उन्होंने उम्मीद जताई कि देश में म्यूकोरमाइकोसिस के बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर इन कदमों पर ध्यान दिया जाएगा.

उन्होंने डॉक्टरों से भी आग्रह किया कि वे कोविड रोगियों का उपचार करते समय भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के दिशा-निर्देशों का पालन करें.

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आधिकारिक बयान के अनुसार टीके की 51 करोड़ खुराक जुलाई तक तथा 216 करोड़ अन्य खुराक अगस्त और दिसंबर के बीच में उपलब्ध होंगी.

उन्होंने राज्यों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का पूरी तरह टीकाकरण हो क्योंकि वे संवेदनशील श्रेणी से जुड़े लोग हैं.


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