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कोरोनावायरस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ में घर पर शराब पहुंचाएगी सरकार

दिल्ली सरकार ने शराब पर  70 फीसदी का विशेष कोरोना शुल्क लगाया है जबकि आंध्र सरकार ने कीमतों में लगभग फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है.

दिल्ली के एक इलाके में शराब के लिए लंबी लाइन लगी है/ फोटो: एएनआई

रायपुर/ दिल्ली: एक तरफ जहां देशभर के कई राज्य शराब प्रेमियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इसकी कीमतों में जबरदस्त इज़ाफा कर दिया है वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने दुकानों पर भीड़ कम करने के लिए घर पर ही शराब आपूर्ति करने की बात कही है.

छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने शराब प्रेमियों की सहूलियत और शराब दुकान में भीड़ कम करने के लिए शराब की घर पर ही आपूर्ति के लिये सेवा शुरू की है. शराब के शौकीन अब मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से शराब खरीद सकते हैं.

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सोमवार चार मई से सामाजिक और व्यक्तिगत दूरी का पालन करते हुए राज्य की शराब दुकानों को संचालित करने का निर्देश जारी किया है.

आंध्र सरकार को होगा 9000 करोड़ का फायदा

जबिक दिल्ली सरकार ने शराब पर  70 फीसदी का विशेष कोरोना शुल्क लगाया है जबकि आंध्र सरकार ने शराब की कीमतों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. जबकि सोमवार को 25 फीसदी बढ़ोतरी के साथ बेची गई थी, आज बढ़ाए गए दामों के बाद शराब के खरीददार को 75 फीसदी अधिक शुल्क देना होगा.

विशेष मुख्य सचिव (राजस्व) रजत भार्गव ने कहा कि शराब की कीमत में असामान्य वृद्धि लोगों को शराब पीने से हतोत्साहित करने और लोगों की सेहत की सुरक्षा के लिए की गई है. उन्होंने कहा कि बढ़ाई गई कीमत तत्काल प्रभाव से अमल में आएगी.

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राज्य सरकार ने शराब की दुकानें सुबह 11 बजे के बजाय दोपहर 12 बजे से शाम सात बजे तक खोलने का फैसला किया है. सूत्रों ने बताया कि शराब की कीमत में 50 प्रतिशत के इजाफे से सालाना तौर पर 9000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व आएगा.

छत्तीसगढ़ में तो घर में मिलेगी- बस क्लिक कीजिए

राज्य शासन ने सामाजिक दूरी और कोविड-19 के फैलाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से घर पर शराब आपूर्ति की अनुमति प्रदान की है.

अधिकारियों ने बताया कि राज्य की शराब दुकानें छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन द्वारा संचालित हैं. शराब दुकानों में भीड़ को नियंत्रित करने , सामाजिक और व्यक्तिगत दूरी के पालन को देखते हुए डिलीवरी बॉय के माध्यम से शराब की आपूर्ति की व्यवस्था की शुरुआत की गई है. यह व्यवस्था वर्तमान में ग्रीन जोन में शुरू हो गई है.

उन्होंने बताया कि अब वेबसाइट के माध्यम से शराब की आपूर्ति के लिये बुकिंग की जा सकती है. बुकिंग वेबसाइट में जाकर बटन को क्ल्कि कर अथवा गूगल प्ले स्टोर में इससे संबंधित ऐप को एंड्रॉयड मोबाइल में इंस्टॉल किया जा सकता है तथा मोबाइल के माध्यम से भी बुकिंग की जा सकती है.

अधिकारियों ने बताया कि ग्राहक को अपना मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड तथा पूर्ण पता दर्ज कर पंजीयन करना होगा. पंजीयन ओटीपी के माध्यम से कन्फर्म होगा.

उन्होंने बताया कि पंजीयन के बाद ग्राहक को लॉगिन करना होगा और उसके बाद इसमें अपने जिले के निकट ‍की एक विदेशी शराब दुकान, एक देसी तथा एक प्रीमियम शराब दुकान को लिंक करने की सुविधा प्रदान की गई है. ग्राहक की सुविधा के लिए जिले की सभी शराब दुकानों को गूगल मैप पर देखने की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिससे ग्राहक आसानी से निकट के दुकान का चयन कर सकता है.

अधिकारियों ने बताया कि चयनित दुकान से शराब घर पर आपूर्ति के लिए बुक की जा सकती है. ग्राहक को संबंधित शराब दुकान में उपलब्ध शराब की सूची और उसका मूल्य प्रदर्शित किया गया है, जिसमें से अपनी पसंद की शराब को अपनी आवश्यकता के अनुसार क्रय कर सकता है.


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उन्होंने बताया कि ग्राहक एक शराब दुकान से एक बार में 5000 एमएल तक शराब डोर डिलिवरी के माध्यम से प्राप्त कर सकता है.

अधिकारियों ने बताया कि ग्राहक के द्वारा बुक की गई शराब सुपरवायजर के द्वारा पैक किए जाने पर ग्राहक को स्वतः ओटीपी प्राप्त हो जाएगी. डिलीवरी ब्वॉय के द्वारा ऑर्डर की गई शराब प्रदान किए जाने पर उन्हें शराब का मूल्य तथा डिलीवरी चार्ज 120 रूपए का भुगतान करना होगा.

इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने सरकार की इस व्यवस्था का विरोध किया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा है कि शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई सरकार अब शराब को घर-घर पहुंचाने का फैसला कर रही है जो शर्मनाक है.

कौशिक ने कहा है कि शराब दुकानें खुलवाने के पूर्व लॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार की कोई सुरक्षात्मक तैयारी नज़र नहीं आ रही है. अब डिलीवरी ब्वॉय के माध्यम से शराब प्रदान करने की बात की जा रही है. अब सरकार शराब की घर पहुंच सेवा शुरू करेगी.

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