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उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश बनी आफत, यमुना से दिल्ली-नोएडा में बाढ़ का खतरा

हरियाणा स्थित हथिनी कुंड बैराज से रविवार शाम 6 बजे 8,28,072 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ने के बाद किनारे रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील.

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यमुना में पानी छोड़े जाने के बाद ऊपरी हिस्से में पहुंचता पानी | एएनआई

नई दिल्ली : उत्तराखंड, हिमाचल के पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश से दिल्ली यूपी में भी आफत बढ़ रही है. यमुना बाढ़ के पानी की वाजह से खतरे के निशान पर पहुंच गई और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा जा रहा है.

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हरियाणा स्थित हथिनी कुंड बैराज (ताजेवाला) से रविवार शाम 6 बजे 8,28,072 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ने से दिल्ली और नोएडा में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी बी.एन. सिंह ने यमुना के किनारे रहने वालों को सभी जरूरी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन के प्रवक्ता राकेश चौहान ने आईएएनएस को बताया कि पानी के मंगलवार की रात तक नई दिल्ली में ओखला बैराज पर पहुंचने की संभावना है.

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उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी ने बाढ़ एवं सिंचाई विभाग समेत अन्य संबंधित सरकारी एजेंसियों को सतर्क रहने, पानी की स्थिति पर नजर बनाए रखने और आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

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हिमाचल में भारी बारिश से 18 की मौत, सैकड़ों लोग फंसे हैं 

वहीं इससे पहले हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में रविवार को तीन बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. शिमला में भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि रविवार को हुई बारिश बीते 70 सालों में 24 घंटे के दौरान दर्ज की गई सबसे ज्यादा बारिश है.

एक अधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश की वजह भूस्खलन, सड़कों के संपर्क मार्ग के कटने से सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं. बारिश की वजह से जलविद्युत परियोजनाओं को बंद करना पड़ा और बांध का पानी छोड़ना पड़ा.

उफनती ब्यास नदी के किनारे बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलनों के कारण मंडी और कुल्लू शहरों के बीच चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया है. मंडी-जोगिंदरनगर राजमार्ग को भी यातायात के लिए बंद किया गया है.

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