नई दिल्ली: लोकसभा में बुधवार को बजट 2019 पर चर्चा पूरी हो गई. चर्चा में भाग लेने वाले सांसदों का धन्यवाद देते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बार का बजट अगले दस साल का विजन पेश करता है. जीएसटी के लागू होने के बाद यह दूसरा बजट है. इस बजट से कृषि और सामाजिक क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा. वित्तमंत्री ने कहा कि सबका साथ,सबका विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है.
वित्तमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए 82845 करोड़ ज्यादा दिए गए है. सरकार को कुल व्यय में 3.44 लाख करोड़ का इजाफा हुआ है. जो कि पहले से ज्यादा है. हमारा लक्ष्य विनिर्माण के क्षेत्र का बढ़ावा देना है. इस बजट से कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक क्षेत्रों को मजबूती हासिल होगी. उन्होंने कहा कि घरेलू उद्योगों के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है. उन्हें मजबूती देकर रोजगार बढ़ाया जा रहा है.
https://twitter.com/ANI/status/1148910080496214017
वित्तमंत्री ने कहा कि देश की आधारभूत ढांचे को मजबूती देने के लिए सरकार ने कई सराहनीय कदम उठाए है. अगले पांच वर्ष में इस क्षेत्र में 100 करोड़ निवेश होने जा रहा है. इसी वजह से हम देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा दे रहे है. हमारी सरकार का प्रमुख एजेडा आर्थिक विकास है.
वित्तमंत्री ने कहा कि हम किसानों के लिए पीएम किसान योजना लेकर आए है.हमारी सरकार 2022 में किसानों की आय बढाने के लिए काम कर रही है. इसके साथ ही कृषि निर्यात को भी दोगुना किया जाएगा. देश में कृषि उत्पादन के साथ में फल,सब्जियों और दूध के उत्पादन भी बढ़ा है.
अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं
हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.
वित्तमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के आने के बाद मंहगाई में कमी आई है. यही एक वजह रही कि जनता ने विपक्षी दलों को खारिज कर दिया.
https://twitter.com/DDNewsHindi/status/1148897231648559105
वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार 2022 तक हर घर को पानी पहुंचाने की दिशा में काम कर रही है. जल शक्ति अभियान के तहत जिलों को चिन्हित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरी ओर से जो आंकडे दिए गए है वह सभी सही है. आर्थिक सर्वे और बजट के आंकडों में अंतर हुआ है, लेकिन भ्रमित होने की जरुरत नहीं है. हमने 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है.