होम देश उचित मूल्य की राशन दुकानों के मालिकों को साप्ताहिक छुट्टी की दिल्ली...

उचित मूल्य की राशन दुकानों के मालिकों को साप्ताहिक छुट्टी की दिल्ली सरकार ने दी अनुमति

दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि अदालत ने पिछले साल अप्रैल में सरकार को निर्देश दिया था कि वह जरूरतमंद लोगों के लिए उचित मूल्य की दुकानों से सप्ताह के सातों दिन अनाज का वितरण सुनिश्चित करे.

news on lockdown
दिल्ली के भजनपुरा में लॉकडाउन के दौरान लोग राशन के लिए लाइन में लगे हुए | फोटो- मनीषा मोंडल, दिप्रिंट

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने उचित मूल्य की राशन दुकानों को सप्ताह के सातों दिन खुले रखने संबंधी अपना आदेश वापस ले लिया है और एक नया आदेश जारी करके इन दुकान मालिकों को साप्ताहिक अवकाश की अनुमति दी है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

दिल्ली सरकार ने यह कदम उच्च न्यायालय के उस निर्देश के बाद उठाया है, जिसमें उसने राशन वितरित करने वाली इन दुकानों के मालिकों को सप्ताह में एक दिन अवकाश की अनुमति देने को कहा है. उच्च न्यायालय ने 23 सितंबर को अपने आदेश में कहा था कि सरकार शहर में उचित मूल्य की दुकानों के मालिकों को एक साप्ताहिक अवकाश की अनुमति देगी, ताकि वे बेहतर तरीके से काम कर सकें.

दिल्ली सरकार के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के विभाग ने उच्च न्यायालय के निर्देशों को लागू करने का आदेश सोमवार को जारी किया.

विभाग ने अपने आदेश में कहा, ‘दिल्ली उच्च न्यायालय ने 24 अप्रैल, 2021 के अपने आदेश को 23 सितंबर, 2021 को संशोधित करते हुए कहा था कि ऐसे दुकान मालिकों को सप्ताह में एक दिन अवकाश की अनुमति होगी, ताकि वे बेहतर तरीके से काम कर सकें.’

इसमें कहा गया, ‘तदनुसार, दिल्ली उच्च न्यायालय के नए निर्देशों का पालन करते हुए सप्ताह के सातों दिन लाभार्थियों को खाद्यान्न वितरण करने के पांच मई, 2020 के आदेश को वापस लिया जाता है.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

शहर में 2,000 से अधिक उचित मूल्य की दुकानें हैं. दिल्ली में 17.77 लाख कार्डधारक और लगभग 72.78 लाख लाभार्थी हैं.

दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि अदालत ने पिछले साल अप्रैल में सरकार को निर्देश दिया था कि वह जरूरतमंद लोगों के लिए उचित मूल्य की दुकानों से सप्ताह के सातों दिन अनाज का वितरण सुनिश्चित करे.

विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अदालत के आदेश के बाद हमने उचित मूल्य की सभी दुकानों को सप्ताह के सातों दिन खोलना अनिवार्य कर दिया था, लेकिन अब उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में संशोधन किया है, इसलिए हमने दुकान मालिकों को एक साप्ताहिक अवकाश लेने की अनुमति दे दी है.’


यह भी पढ़ें: एक महीने में हिंदुओं और मुसलमानों के खिलाफ 11 मामले दर्ज, बोम्मई सरकार में मॉरल पुलिसिंग की घटनाएं सुर्खियों में छाईं


 

Exit mobile version