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मुंबई के धारावी से ‘वायरस खदेड़ने’ को लेकर केंद्र ने की महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी की तारीफ

धारावी के कोविड-19 के कुल 2158 मामलों में से 1057 रोगी ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि पिछले 4 हफ्ते से धारावी में कोविड-19 के मामलों में लगातार कमी आई है.

मुंबई के धारावी में प्रवासी मजदूर रेलवे स्टेशन जाने के लिए लाइन में लगते हुए। प्रतीकात्मक तस्वीर | पीटीआई

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने मुंबई के धारावी में महाराष्ट्र सरकार द्वारा किए गए काम की तारीफ़ की है. केंद्र सरकार का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार और बृहणमुंबई म्युनसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने सराहनीय नतीजे हासिल किए हैं. केंद्र द्वारा ये भी कहा गया है अपने प्रयासों के तहत इन्होंने ‘वायरस को खदेड़’ निकाला.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, ‘कई राज्यों ने केंद्र द्वारा बताई गई कॉन्टेनमेंट की रणनीति को अच्छे से लागू किया और बेहतर नतीजे हासिल किए.’

इसमें महाराष्ट्र सरकार द्वारा धारावी में संक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए काम की विशेष तौर से सराहना की गई.

केंद्र सरकार का कहना है, ‘बेहद घनी आबादी वाले (2,22,136 व्यक्ति/स्क्वायर किलोमीटर) धारावी में अप्रैल में 491 मामले थे और मामलों के बढ़ने का दर 12% था. मामलों के दोगुने होने में 18 दिन का समय लग रहा था. बीएमसी द्वारा मई में उठाए गए कदमों की वजह से ग्रोथ रेट 4.3% पर आ गया और जून में ये 1.02% पर आ गया.’

मई में जहां मामलों के दोगुना होने के 43 दिन का समय लग रहा था वहीं इन कदमों की वजह से जून में मामलों के दोगुना होने में 78 दिन का समय लगने लगा. केंद्र का कहना है कि धारावी जैसी जगह में 80% आबादी सामुदायिक शौचायलों पर निर्भर है ऐसे में बीएमसी के सामने कई चुनौतिया थीं.

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ये भी कहा गया है कि 10 फीट * 10 फीट के कमरों में यहां 8-10 लोग रहते हैं, गलियां काफ़ी सकरी हैं और जो घर हैं वो दो से तीन मालों के हैं जिनमें नीचे का तल्ला रहने और बाकी का फैक्ट्री के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में बीएमसी के सामने फ़़िज़िकल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना बड़ी चुनौती थी और होम क्वारेंटीन कोई विकल्प नहीं था.

केंद्र का कहना है कि यहां 4 टी- ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटिंग के रास्ते मज़बूती से अपनाए गए. आंकड़े पेश करते हुए केंद्र ने कहा कि 47,500 लोगों के घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की गई. 14,970 लोगों की मोबाइल वैन से स्क्रीनिंग हुई. 4,76,775 लोगों का सर्वे बीएमसी के स्वास्थ्य कर्मियों ने किया.

इन सबके अलावा उम्रदराज़/वरिष्ठ नागरिक जैसे ज़्यादा रिस्क वाले लोगों की स्क्रीनिंग के लिए फ़ीवर क्लिनिक स्थापित किए गए. इससे 3.6 लाख़ लोगों को सहायता मिली. इसके अलावा 8246 वरिष्ठ नागरिकों का ‘समय से अलग’ करने की नीति के तहत सर्वे किया गया और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लोगों को समय से अलग किया गया.

केंद्र सरकार के मुताबिक अब तक धारावी में 5,48,270 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. ऐसे लोग जिन्हें बीमारी होने का शक था उन्हें कोविड केयर सेंटर और क्वारेंटीन सेंटर भेजा गया. दी गई जानकारी के मुताबिक लोगों की कमी से निपटने के लिए बीएमसी ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का रास्ता अपनाया.

केंद्र ने बताया, ‘बीएमसी ने प्राइवेट डॉक्टरों को पीपीई किट, थर्मल स्कैनर, पल्स ऑक्सीमटर्स, मास्क और ग्लब्स दिए और हाई रिस्क ज़ोर में डोर टू डोर स्क्रीनिंग शुरू की और जिन्हें बीमारी होने का शक था उन्हें चिन्हित किया. सभी डॉक्टरों के क्लिनिक खोलने, मरीज़ों को देखने और कोविड- 19 के किसी संभावित मामले का शक होने पर बीएमसी को बताने को कहा.’

प्राइवेट डॉक्टरों के क्लिनिक को भी सैनिटाइज़ किया गया और उन्हें ज़रूरी मदद दी गई. सभी प्राइवेट अस्पतालों को भी साथ लाया गया. जैसा कि यहां घर में क्वारेंटीन संभव नहीं था, ऐसे में स्कूल, मैरिज हॉल, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जैसी जगहों को क्वारेंटीन सेंटर में तब्दील कर दिया गया.

केंद्र ने कहा, ‘बीएमसी ने जो तीन बड़ी चीज़ें की उनमें बेहद प्रभावी कॉन्टेंमेंट की रणनीति, व्यापक तौर पर टेस्टिंग और समु्दायों को ज़रूरी चीज़ों की बिना रुकावट सप्लाई शामिल हैं.’ ये भी बताया गया है कि सिर्फ़ गंभीर मरीज़ों को धारावी से बाहर एडमिट करने के लिए अस्पताल ले जाया जाता था और 90% तक मरीज़ों का इलाज धारावी में ही किया गया.

शनिवार को आए थे 7 मामले

मुंबई के धारावी झुग्गी इलाके में लगातार संक्रमितों की कमी आ रही है. शनिवार को कोविड-19 के केवल सात नये मामले सामने आए जो एक दिन में सबसे कम मामले हैं. यह इलाको कभी कोरोना वायरस महामारी का हॉटस्पॉट था. यह जानकारी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने दी. धारावी में संक्रमण के मामले अब 2158 हैं. यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से एक और मौत के साथ मृतकों की कुल संख्या 80 हो गई है.

कोविड-19 के कुल 2158 मामलों में से 1057 रोगी ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि पिछले चार हफ्ते से धारावी में कोविड-19 के मामलों में लगातार कमी आई है. उन्होंने कहा कि सबसे कम 10 मामले छह जून को सामने आए थे.

महाराष्ट्र की तारीफ़ करते हुए केंद्र ने कहा कि इस सबसे सभी तरह की आशंकाओं और चिंताओं को दूर करने में मदद मिली और सरकार के प्रयासों में लोगों का विश्वास बढ़ा जिससे धारावी में ऐसी सफ़लता मिली.

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