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कोविड-19 से निपटने के लिए आयुष मंत्रालय ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के कौन से नुस्खे बताए

आयुष मंत्रालय का कहना है कि रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तक योग करना है और खाने में हल्दी, जीरा, धनिया और लहसुन जैसे मसालों का इस्तेमाल करना है.

फोटो : ट्विटर/आयुष मंत्रालय

नई दिल्ली: कोविड-19 के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को समाप्त हो रहे लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की है. राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने देशवासियों से घर में रहने के अलावा इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को भी कहा.

मोदी ने कहा कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें.

आयुष मंत्रालय पहले ही इससे जुड़ी जानकारी सार्वजनिक कर चुका है कि कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाएं. लॉकडाउन के पहले चरण की घोषणा के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जान है तो जहां है. प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए आयुष मंत्रालय ने कहा है कि रोकथाम इलाज से बेहतर है.

आयुष मंत्रालय का कहना है, ‘अभी तक कोविड-19 की कोई दवा नहीं बनी है. ऐसे में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए रोकथाम से जुड़े कदम उठाना सही होगा.’ इसके लिए उन्होंने आयुर्वेद का सहारा लेने की सलाह दी है जो कि उनके मुताबिक पेड़-पौधों पर आधारित विज्ञान है और दिनचर्या के अलावा ऋतुचर्या आधारित स्वस्थ जीवन जीने का रास्ता दिखाता है.

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कोरोनावायरस लोगों के फेंफड़े पर हमला करता है और इससे बीमार होने वालों को सांस लेने में दिक्कत होती है. ऐसे में इसे बेहतर बनाने का रास्ता सुझाते हुए आयुष मंत्रालय ने कई बातें बताई हैं. मंत्रास ने गर्म पानी पीने की सलाह दी है है और ये भी कहा है कि रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तक योगासन, प्रणायाम और मेडिटेशन भी इस मामले में लाभप्रद होगा.


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ये भी बताया गया है कि खाने में हल्दी, जीरा, धनिया और लहसुन जैसे मसालों का इस्तेमाल करना है. जिन्हें डायबिटीज़ नहीं है वो रोज़ 10 ग्राम च्यवनप्राश खा सकते हैं और जिन्हें ये बीमारी है वो भी शुगर फ्री च्यवनप्राश खा सकते हैं. तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सुनथी और मनक्के से बने काढ़े को दिन में एक से दो बार पीने की सलाह दी गई है.

फोटो : ट्विटर/आयुष मंत्रालय

काढ़े का स्वाद बदलने के लिए अपने हिसाब से उसमें गुड़ या नींबू का ताज़ा रस मिलाने का भी विकल्प सुझाया गया है. अच्छी प्रतिरोधक क्षमता के लिए आप ‘गोल्डन मिल्क’ भी पी सकते हैं. इसके लिए आपको 150 ग्राम गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालना होता है जिससे आपका ‘गोल्डन मिल्क’ तैयार हो जाता है.

शाम के समय नाक के दोनों छेदों में तिल या नारियल का तेल लगाने की सलाह दी गई है. घी भी लगा सकते हैं. ‘ऑयल पुलिंग थेरेपी’ लेने को भी कहा गया है. इसके लिए एक चम्मच तिल या नारियल तेल को मुंह में रखने को कहा गया है. 2 से 3 मिनट तक इसे मुंह में ही रखना है जिसके बाद इसे थूक देना है और गर्म पानी से कुल्ला करना है.

अगर आपको सूखी खांसी है या आपका गला ख़राब है तो आपको बेहद सतर्कता बरतने की दरकार है क्योंकि ये कोरोना के लक्ष्णों में से एक है. इसके लिए मंत्रालय की सलाह है कि पुदीना के पत्तों और अजवायन को गर्म पानी में डालकर दिन में एक बार इसका भाप लिया जा सकता है जिससे ऐसे हाल में राहत मिलेगी.


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लौंग पाउडर को चीनी या शहद के साथ मिलाकर दिन में 2-3 बार लिया जा सकता है. मंत्रालय का कहना है कि ऐसा करने से आम तौर पर सूखी खांसी ठीक हो जाती है लेकिन अगर लक्ष्ण बरकरार रहते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए.

वहीं, ये भी कहा गया है कि व्यक्ति के सहूलियत के हिसाब से जहां तक संभव हो, इन उपायों का पालन किया जाना चाहिए. मंत्रालय ने कहा है कि देशभर के जाने माने वैद्यों ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ये रास्ते सुझाए हैं.

1 टिप्पणी

  1. देहात में लॉक डाउन का पालन नहीं किया जा रहा है।

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