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नमक रोटी कांड के बाद यूपी के प्राइमरी स्कूल में अब एक लीटर दूध में कैसे 81 बच्चों का पेट भरा गया

सोनभद्र में मिड-डे-मील में दूध में पानी मिलाते हुए वीडियो वायरल होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप. बच्चों में इसे दोबारा बांटा गया.

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वीडियो का स्क्रीनशॉट.

लखनऊ/सोनभद्र : बीते सितंबर महीने में मिर्जापुर के एक प्राइमरी स्कूल का नमक रोटी कांड काफी चर्चा में रहा था. इस बार सोनभद्र में भी मिड-डे-मील में अनियमितता का मामला सामने आया है. दरअसल, यहां के चोपन ब्लॉक स्थित सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बच्चों को मेन्यू के मुताबिक दूध देते समय एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 81 बच्चों को बांटा गया. दूध में पानी मिलाने का वीडियो भी सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है.

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जब इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया. इसके बाद गुरुवार को बीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पहुंचकर आरोपी शिक्षामित्र को हटा दिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि मिड-डे-मील के मेन्यू के अनुसार दूध देते समय एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध मिलाकर गर्म किया गया और उसे बच्चों को बांट दिया गया.


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स्कूल की रसोइया ने मीडिया को बताया कि उसे एक ही लीटर दूध उपलब्ध कराया गया था और उसने उसे एक बाल्टी पानी मिलाकर बच्चों को दे दिया. वहीं, दूसरी तरफ मौके पर जांच करने पहुंचे एबीएसए ने बताया कि प्रथमदृष्टया तो गलती शिक्षामित्र की लगती है और उसे हटा दिया है. हालांकि बाद में भूल सुधार करते हुए बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया था.

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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने मीडिया को बताया कि विद्यालय में आकर सभी तथ्यों की जांच की. रसोइया सहित शिक्षकों से भी बात की. जांच में पता चला कि विद्यालय में बच्चों को दूध पिलाने में अनियमितता बरती गई है जो भी व्यक्ति दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी. बीएसए से पहले गुरुवार की सुबह चोपन के खण्ड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार राय ने विद्यालय पहुंच कर जांच की. उन्होंने बताया कि इस मामले की प्रारंभिक जांच के बाद स्कूल में तैनात एक शिक्षामित्र को हटाकर दूसरे स्कूल पर भेज दिया गया है.

बता दें कि प्राथमिक विद्यालय सलईबनवा में तीन शिक्षिकाओं की तैनाती है. इसमें पूर्णिमा पाण्डेय प्रधान अध्यापिका के पद पर, उपासना पाण्डेय और आरती यादव सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं. पूर्णिमा पाण्डेय और आरती यादव अवकाश पर चल रही हैं. उपासना पाण्डेय को ओबरा स्थित प्राथमिक विद्यालय भलुओ टोला में संबंद्ध कर दिया गया है. तीन शिक्षिकाओं में से दो के अवकाश पर चलने के बावजूद उपासना पाण्डेय को भलुआ टोला के विद्यालय से संबंद्ध क्यों किया गया, इस मामले में उपखण्ड शिक्षा अधिकारी ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. इसके अलावा यहां दो शिक्षामित्र भी तैनात हैं. अब एक को स्थानांतरित कर दिया गया है.


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चर्चा में रहा था मिर्जापुर मिड-डे-मील कांड

सितंबर माह में मिर्जापुर के प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर प्रशासन और सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. साथ ही मामले में कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी. इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करने वाले स्थानीय पत्रकार के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर ली थी. गलत साक्ष्य बनाकर वीडियो वायरल करने और छवि खराब करने के आरोप लगे थे.

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